उत्तरी भारत में प्याज रबी की फसल है यहां प्याज का भंडारण अक्टूबर माह के बाद तक करना सम्भव नही है क्योकि कंद अंकुरित हो जाते हैं।
इस अवधि (अक्टूबर से अप्रैल) में उत्तर भारत में प्याज की उपलब्ध्ता कम होने तथा परिवहन खर्चे के कारण दाम बढ जाते हैं। इसके समाधान के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने उत्तर भारत के मैदानो में खरीफ में भी प्याज की खेती के लिए एन-53 (N-53) तथा एग्रीफाउंड डार्क रैड नामक प्याज की किस्मों का विकास किया है।
प्याज की किस्म : एन-53 (आई.ए.आर.आई.); एग्रीफाउंड डार्क रैड (एन.एच.आर.डी.एफ.)
बीज बुआई समय: मई अंत से जून
रोपाई का समय : मध्य अगस्त
कटाई : दिसम्बर से जनवरी
पैदावार : 150 से 200 क्विंटल/हैक्टेयर