Agricultural work to be carried out in the month of May
दलहनी फसल:
- इस समय मूंग, उर्द, लोबिया की फसल में 12 से 15 दिन के अन्तराल पर सिंचाई करें।
- मूंग में पत्तियों के धब्बा रोग की रोकथाम के लिए कॉपर ऑक्सीक्लोराईड 0.3 प्रतिशत का घोल बनाकर 10 दिन के अंतराल पर छिडकाव करें।
- दलहनी फसल में धब्बा रोग के लिए कार्बेन्डाजिम 500 ग्राम / हैक्टेयर के हिसाब से घोल बनाकर छिडकाव करें।
- पीला मौजैक रोग की रोकथाम के लिए एक लिटर मेटासिस्टाक्स दवा को 1000 लिटर पानी में घोलकर प्रति हैक्टेअर की दर से छिडकाव करें।
गेंहूॅ:
- गेहूॅ में मढाई का कार्य शीघ्र पूरा कर ले।
- अनाज के भण्डारण से पहले गेंहूॅ को धूपं में इतना सुखाऐं कि उसमें नमी 10 -12 प्रतिशत से अधिक ना हो।
- गेंहूॅ भंडारण से पहले भण्डारग्रह को 0.3 प्रतिशत मैलाथियान के घोल से विसंक्रमित कर लें।
- अनाज के बोरों को अनाज भरने से पहले भूसे व नीम की सूखी पत्तियां बिछा लें। बोरो को दीवार से 50 सें.मी. दूर रखे।
- अनाज को 1000 : 1 के अनुपात में नीम के बीज के पाऊडर के साथ रखें।
सब्जियॉं :
- कद्दू वर्ग की सब्जियों मे सिंचाई करे।
- कद्दू वर्ग की सब्जियों में फल मक्खी के नियंत्रण के लिए प्वाइजन वेट्स का प्रयोग करें।
- प्वाईजन वेट्स - एक लिटर पानी में 1.5 मि.ली. मिथाइल यूजीनॉल, 2 मि.ली. लिटर डाईक्लोरोवॉस मिलाएं तथा चौडे मूंह के जार में 4 - 5 जगह पर रख दें।
- फरवरी व मार्च में रोपे गये टमाटर , बैंगन , मिर्च मे 50-50-40 किग्रा NPK की एक तिहाई मात्रा की दूसरी व 45 दिन बाद तीसरी ड्रेसिंग करें।
फल वाली फसलें:
- आम में सूटी मोल्ड व रेड रस्ट रोग की रोकथाम के लिऐ कॉपर ऑक्सीक्लोराइड के 0.3 प्रतिशत के घोल का छिडकाव करें।
- आम में शल्क कीट तथा शाखा गॉंठ कीट की रोकथाम के लिए मिथाईल पैराथियान (1 मि. लि. दवा एक लिटर पानी में) या डाइमेथेएट (1.5 मि.लि. दव एक लिटर पानी में) घोल बर छिडकाव करें।
- आम, अमरूद, बेर व नींबे के नए बाग लगाने के लिए विश्वसनीय पौधशाला से पौधों की तलास करे।
पूसा कृषि पंचाग, भा.क्अनू.सं.