Crop Varietes

भारत में बोई जाने वाली मसूर की उन्‍नत किस्‍में    बुवाई का समय नवम्‍बर से दि‍सम्‍बर तथा बीज की दर 30 से 40 कि‍लोग्राम प्रति हैक्‍टेयर Varieties Yield (q/ha) Characters पूसा वैभव (L-4147) 17 Suitable for cultivation in North western plain zone with rainfed and irrigated conditions. Variety has medium tall growth habit with small pubescent leaves.It is small seeded variety. It is resistant to wilt and rust and matures in 120-125 days. Seeds are small with orange cotyledons. It has yield potential of 20-25 q/ha शि‍वालि‍क (L 4076) 15 Suitable for cultivation in North western plain zone in rainfed and irrigated conditons. It is resistant to wilt and rust. Bold seeded variety एल. - 4596 (L-4596) 21 The plant of lentil variety...

धान की उन्‍नत प्रजातियॉं अच्छे फसलोत्पादन में उन्नत किस्मों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। क्षेत्र की जलवायु, खेतों की मृदा एंव सिंचाई पानी की उपलब्धता के आधार पर रोग प्रतिरोधी धान की किस्मों का चयन करना चाहिए। रोग प्रतिरोधी किस्मों का चयन करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है । रोगरोधी किस्मों में रोग नहीं लगते है जिससे उनके नियंत्रण के लिए रसायनिक दवाओं की आवश्यकता नहीं होती। इसलिए रोग प्रतिरोधी किस्मों को उगाने से रसायनिक दवाओं के दुष्प्रभाव के साथ साथ इन पर होने वाले अतिरिक्त खर्च से भी बचा जा सकता है। आजकल यूरोपीय संघ को निर्यात होने वाले बासमती चावल में फंफुदनाशी दवाओं विशेष रूप से ट्राईसाईक्लाजोल के अवशेष की अधिकतम...

मक्‍का की उन्‍नत किस्‍में Varieties Characteristics Hybrid Maize Hybrid AH-58 (PEHM-3) This early maturity hybrid matures in 78-83 day. Seeds are bold yellow colourd. Resistant to heat stress. Average yield is 50 q/ha and suitable for Andhra Pardesh, Karnatak, Maharastra, Tamilnadu and NCR Delhi Hybrid AH-421 (PEHM-5) यह संकर किस्‍म जल्‍दी पकने वाली (80 से 85 दिन) है और वृहत क्षेत्रों में अच्‍छी उपज देती है। जल भराव की अवस्‍था में भी अच्‍छा प्रदर्शन करती है नाईट्रोजन की उच्‍च मात्रा में अघिक उपज देती है। औसत उपज 50 कु प्रति हैक्‍टेअर है। उत्‍तर मैदानी क्षेत्रों व प्रायदीपीय क्षेत्रों के लिए उपयुक्‍त है। Ganga-4 Grains bold white coloured. Full-season hybrid. Popular in Madhya Pradesh, Bihar and Uttar Pradesh . Resistant...

चौलाई की उन्‍नत प्रजातियॉं किस्‍मे द्वारा विकसित उपज विशेषताऐं। पूसा किरण भा.कृ.अनु.संस्‍थान, न.दिल्‍ली  350  पता एवं तना चमकदार हरा। पहल कटाई 25 से 30 दिनों मे। दिल्‍ली व राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए 1994 मे अनुमोदित हुई पूसा लाल चौलाई भा.कृ.अनु.संस्‍थान, न.दिल्‍ली  400 ग्रीष्‍म में 450 खरीफ मे  पत्‍तियों की ऊपरी सतह गहरी लाल अथवा जामुनी एव्र निचली सतह बैगनी लाल, तना गहरा लाल, पहली कटाई 35 दिनों में (बसन्‍त-ग्रीष्‍म) व 25 दिनों में (खरीफ मोसम में) ...

तरबूज की उन्‍नत किस्‍में Varieties Developed By Average yield (q/ha) Characters Durgapura Meetha Durgapura 450  Fruit round with grey coloured skin, thick rind, red colored flesh, TSS 9-10%. Av.Wt.6-8 Kg. First picking 110-120 days after sowing. White medium size seeds with black tip & margin Arka Jyaoti IIHR Banglore 600-800 Hybrid variety. Fruits round to oval, dark green with blue angular stripes, Av.Wt.5-6 kg., TSS 12-13%, Good keeping and transport quality. first picking in 90 days of sowing. Sugar Baby IARI New Delhi - Fruits small to medium in size, round, skin dark green with faint perceptible stripes, Av.Wt. 3-5 kg. Flesh deep red, fine texture and very sweet with TSS 10-12%. Seeds small, brown with black tip Arka Manik IIHR Banglore 412 Fruits round to oval with green rind...

भिण्‍डी की उन्‍नत किस्‍में  Varieties Developed By Average yield   (q/ha) Characters  काशी सातधारी (आई. आई. वी. आर. – १०) Kashi Saatdhari  IIVR Varansi  130-140 यह प्रभेद विषाणु जनित व्याधि (पित्त शीरा मोजैक एवं प्रारम्भिक पर्ण कुंचन) से मुक्त  है। पुष्पन की क्रिया बुवाई से ४०-४२ दिनों पश्चात् प्रारम्भ हो जाती है, जबकि इस प्रभेद से कुल १३०-१४० कुन्तल प्रति हेक्टेयर तक उपज प्राप्त की जा सकती है। काशी क्रांति Kashi Kranti  IIVR Varnasi  125-140 यह प्रभेद विषाणु जनित व्याधि (पित्त शीरा मोजैक एवं प्रारम्भिक पर्ण कुंचन) के प्रति प्रतिरोधी है। पुष्पन की क्रिया बुवाई से ४५-४६ दिनों पश्चात् प्रारम्भ हो जाती है, जबकि इस प्रभेद कुल उपज क्षमता १२५-१४० कुन्तल प्रति हेक्टेयर तक मापी गयी है।  काशी विभूति (वी. आर. ओ. - ५) Kashi Vibhuti   IIVR Varnasi  120-150 यह...

खरबूजे की उन्‍नत किस्‍में  कद्दूवर्गीय फसलों में खरबूजा एक महत्वपूर्ण फसल है| खरबूजा की खेती मुख्यतः ग्रीष्म कालीन फलस के रूप में की जाती है । खरबूजे के बीजों की गिरी का उपयोग मिठाई को सजाने में किया जाता है ।   Varieties प्रजाति  Developed By विकसित की  Average yield औसत उपज (कुं/है.)  Characters विशेषताएं   पूसा रसराज Pusa Rasraj(M-3) भा.कृ.अ.सं., न.दिल्‍ली 225  यह संकर किस्‍म है। इसके फल अंडाकार,जाली रहित तथा चिकनी सतह के होते हैं। फलों का औसत वजन 800 से 1000 ग्रा. होता है। फल मीठे तथा उनमें कुल घुलनशील शर्करा (TSS) 12-13% होती है। फल बुआई के 76-80 दिन में पककर तैयार हो जाते हैं। औसत उपज 225 कुं/है होती है। हरा मधु Hara Madhu PAU Ludhian - Vines 3-4 mt.long, Fruits large, round, skin light yellow with green strips. Av.wt. 1...

पपीते की उन्‍नत कि‍स्‍में:  किस्‍में द्वारा विकसित  उपज (किलो/पौधा) विशेषताऐं। पूसा जायंट Pusa Giant भा.कृ.अ.सं,  30-35 यह डायोशियस किस्‍म 1981 मे पूरे भारत के लिए अनुमोदित हुई 1 इसके फलों का आकार बडा (1.5 - 3.5 किलो), सब्‍जी व पेठा बनाने के लिए उपयुक्‍त हॅ। यह सितम्‍बर - अक्‍तूबर माह में रोपण के लिए उत्‍तम है।  पूसा मैजेस्‍टी Pusa Majesty  भा.कृ.अ.सं 40  यह गगयनाडायोशियस किस्‍म 1986 में पूरे भारत के लिए अनूमोदित हुई। पपेन हेतु उपयुक्‍त, विषाणु रोग के प्रति सहनशील तथा सूत्रकृमि के प्रति अवरोधी किस्‍म। सितम्‍बर-अक्‍तूबर माह में रोपण उत्‍तम।  पूसा डेलिसियस Pusa Delicious  भा.कृ.अ.सं  40-45 यह गगयनाडायोशियस किस्‍म 1986 में पूरे भारत के लिए अनूमोदित हुई। फल मध्‍यम आकार के (1-2 किलो), स्‍वादिष्‍ट एवं सुगन्‍धित, चीनी की मात्रा 10 से 13 प्रतिशत। सितम्‍बर-अक्‍तूबर माह में रोपण उत्‍तम।  पूसा...

केले  की कि‍स्‍में / प्रजातियॉं The Cavendish is the most common variety of bananas. There are more than 500 varieties of banana plants in the world. Some of the popular varieties of Banana are: Varieties Charactristics Dwarf Cavendish It is a popular commercial cultivar grown extensively for table and processing purpose in the states Maharashtra, Gujarat, Bihar and West Bengal. It is also popular in Tamil Nadu, Karnataka and Andhra Pradesh. Dwarf Cavendish is becoming a highly successful cultivar. It is highly susceptible to Sigatoka leaf spot disease in humid tropics restricting its commercial cultivation.   Basrai Basrai' is the leading commercial variety of Cavendish group and is a leading commercial variety of Maharashtra. The plant stature is Dwarf making...

अंगूर की उन्‍नत प्रजातियॉं   किस्‍म विकसित उपज विशेषताऐं पूसा सीडलेस Pusa Seedless भा.कृ अनुं.सं. 8-10 किग्रा प्रति पौधा (हेड पद्धति पर)  ओजस्‍वी जिसे 8 से 12 गांठ पर कटाई की जाती है। फल पकने का समय जून का तीसरा सप्‍ताह। गुच्‍छे मध्‍यम (500-750 ग्रा) लम्‍बे बेनाकर एवं बीजरहित । दाने अण्‍डाकार तथा हरा पीलापन लिए हुए। फल खाने तथा किसमिस बनाने के लिए अति उपयुक्‍त (22 से 24 डिग्री ब्रिक्‍स)। 1979 में मे उत्‍तर व मध्‍य भारत के लिए अनुमोदित किस्‍म। पूसा नवरंग Pusa Navrang भा.कृ अनुं.सं. 10-12 किग्रा प्रति पौधा (हेड पद्धति पर)  जल्‍द पकने वाली (जून का प्रथम सप्‍ताह) निचलीह गांठों पर फलने वाली (4 से 6 गांठ) टेनट्यूरियर किस्‍म तथा एन्‍टीआक्‍सीडेन्‍ट पदार्थो से परिपूर्ण । मध्‍यम आकार के ठीले गुच्‍छे, दानों का आकार...