Contribution of information technology in increasing agricultural income

हमारे देश में कृषि का अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। आज भी गाँवों की खुशहाली कृषि पर निर्भर करती है। इसी वजह से सरकार भी कृषि में सुधार के लिए नई-नई तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा दे रही है जिससे कृषि उत्पादन बढ़ाकर किसानों को और अधि‍क खुशहाल बनाया जा सके।

इस दिशा में सरकार किसानों को उन्नत खेती की जानकारी देने , उपकरण व सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। टेलीफोन, कम्प्यूटर रेडियो, दूरदर्शन तथा इंटर्नेट आदि की मदद से किसानों तक आवश्यक जानकारी जल्दी पहुँचाने का प्रयत्न कर रही है।

गाँवों को विकसित करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग में दिन-प्रतिदिन सुधार हो रहा है। मौजुदा हालात इस प्रगति में धीमा बदलाव दिखाते हैं। फिर भी कुछ क्षेत्रों में अच्छे परिणाम दिख रहे हैं। मोबाईल का बढ़ता उपयोग किसानों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होता जा रहा है।

आजकल सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में कृषि को बढ़ावा मिल रहा है एवम कृषि के विकास में स्मार्टफोन और इसके अनुप्रयोग प्रभावी रूप से काम कर रहे है। स्मार्टफ़ोन और इनकी एप्लिकेशन महान नवाचारों के साथ किसानों के तनाव को कम करने व अच्छी कृषि पद्धतियों मौसम,  गुणवत्ता,  इनपुट व बाजारों की प्रवृत्ति आदि पर प्रासंगिक जानकारी प्राप्त करने में मदद करने के लिए उपयोगी है।

सोशल मीडिया, वेब साइटों और अन्य अनुप्रयोगों के माध्यम से किसान अपने स्मार्टफोन का उपयोग करके अपने कौशल में सुधार कर सकते हैं एवम अनुभव साझा कर सकते हैं और अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेच सकते हैं।

किसानों को उत्पादन लागत कम करने और फसल की अच्छी कीमत दिलवाने में मोबाईल फोन खासतौर पर मदद कर रहा है। खेती के दौरान तीन ऐसी अवस्थाएं होती हैं जहां मोबाईल फोन जरूरी सूचनाओं को तुरंत किसानो तक सुनिश्चित करके उनकी आमदनी बढ़ाने में उपयोगी साबित होता है।

  1. पहली,जब किसान कौन-सी फसल बोई जाए, यह विचार करते हैं और मिट्टी की अवस्था/प्रकार को देखते हुए किस तरह के बीज चुने जाएं।
  2. दूसरी, फसल की बुआई का उचित समय और बढ़ती हुई फसल की सुरक्षा के उपाय।
  3. तीसरी, फसल की बिक्री के लिए मंडी का चुनाव।

ग्रामीण दूरसचांर के क्षेत्र मे बढ़ते कदम:

मोबाईल की लगातार बढ़ती उपयोगिता के कारण ही सरकार भी दूरसंचार ससांधनों में लगातार विकास कर रही है। सरकार ने वर्ष 2017 तक ग्रामीण क्षेत्रों की बढ़ती आबादी को देखते हुए भी दूरसंचार घनत्व को 35  फीसदी से बढ़ाकर 60 फीसदी और 2020 तक शत-प्रतिशत करने का ऐलान किया है। इसी तरह 2020 तक 60 करोड़ लोगों को इंटरनेट की अच्छी सुविधा देने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्रांति के साथ ही किसानों तक अनेक माध्यमों से सूचना पहुँच रही है। मोबाईल पर एस.एम.एस. और वायस मैसेज किसानों तक जानकारी पहुँचाने की नवीनतम तकनीक है। इस तकनीक से करीब 25 लाख से अधिक किसान लाभ प्राप्त कर रहे हैं।

कृषि मौसम एस.एम.एस. 60 से कम अक्षरों में किसानों को मौसम की भविष्यवाणी और कृषि संबंधी अन्य विषयों की जानकारी प्रदान करता है। इसकी विषय वस्तु स्थानीय  स्थितियों और जरूरतों के मुताबिक होती है। यह सलाह सप्ताह में दो बार भेजी जाती है और किसान अपनी स्थानीय भाषा में इसे प्राप्त करते हैं।

सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग को और अधिक बढ़ाने के लिए सरकार ने देश भर में कई किसान काल सेंटर खोले है। जहाँ फोन द्वारा ही किसान अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।

किसान काल सेंटरों की शुरूआत वर्ष 2004 में हुई। आज भारत में करीब 144 किसान काल सेंटर देख-रेख का कार्य कर रहे हैं। किसान काल सेंटर विभिन्न फसलों की देख-रेख के साथ-साथ बदलते मौसम के मुताबिक होने वाली फसलों की विभिन्न बिमारियों से बचने की जानकारी भी देते रहते हैं।

किसान किस तरह से खेती के जरिए अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकता हैं। इस दिशा में किसान काल सेंटर काफी उपयोगी साबित हो रहे हैं। किसान बस एक फोन करके अपनी हर समस्या का समाधान पा लेता हैं।

फोन की संख्या पहले से ज्यादा होने की वजह से किसान इन संटरों पर काल करने वाले किसानों की संख्या भी बढ़ी है। यही वजह है कि अब किसान काल सेंटरों पर अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञों को भी तैनात किया जा रहा है ताकि किसान के हर सवाल का सही जवाब मिल सके। किसान भूमि सिंचाई उर्वरक आदि के प्रयोग के बारे में किसान काल सेंटर से जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।

देश का कोई भी किसान 1551 नंबर डायल करके अपनी समस्या का हल पा सकता है। इसके लिए उसे किसी तरह के बिल का भुगतान नहीं करना पड़ता है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद भी सूचना प्रौद्योगिकी के उचित उपयोग द्वारा अपनी वेबसाईट पर किसानों को उपयोगी जानकारी तत्काल उपलब्ध कराती है। वेबसाईट के माध्यम से ही विभिन्न फसलों को कितना-कितना पानी कब-कब देना है इसकी जानकारी किसानों को देती है।

किस फसल के लिए कौन-सी खाद उपयोगी है। इसकी जानकारी भी किसान प्राप्त करते हैं। उपग्रह से प्राप्त होने वाली मौसम संबंधी जानकारियों द्वारा फसलों में होने वाली बिमारियों से बचाव के लिए भी समुचित जानकारी देती है।

कृषि विशेषज्ञों व कृषि अधिकारियों का व्हाट्सऐप समूह बनाकर किसानों के खेतों की समस्याओं का निपटारा किया जा रहा है। कृषि एवं कृषक कल्याण मत्रांलय एप किसान पोर्टल के माध्यम से इंटरनेट आधारित सूचना देशभर के किसानों तक पहुँचा रही है।

सूचना प्रौद्योगिकी की ताकत व क्षमता को ध्यान में रखते हुए इसके अधिक से अधिक प्रयोग द्वारा किसानों तक लाभ पहुंचाने के सार्थक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।

किसानों लिए सर्वश्रेष्ठ शीर्ष 5 एंड्रॉइड ऐप  :

ये कृषि ऐप भारतीय किसानों और कृषि समुदाय के लिए बहुत उपयोगी हैं जो कृषि की नवीनतम तकनीक के साथ अद्यतित रहते हैं। ये ऐप भारतीय किसानों को सहायता प्रदान करते हैं और ग्रामीण लोगों और ग्रामीण विकास के बीच सरकार के बीच अंतर को भरने में मदद करते हैं। ये कृषि के लिए उपयोग किए जाने वाले भारतीय किसानों के लिए एंड्रॉइड ऐप हैं जो नवीनतम बाजार दर, मौसम की भविष्यवाणी, सरकार की नीतियां और किसानों के लिए योजनाये, नवीनतम प्रौद्योगिकी वीडियो, कृषि से संबंधित समाचार आदि प्रदान करते हैं। किसान सीधे कृषि विशेषज्ञों से प्रश्न पूछ सकते हैं इन ऐप्स को अपनी क्वेरी को तुरंत हल करने के लिए भी वे नई तकनीक, सफल किसानों के लिये मशीनरी आदि से संबंधित अपने वीडियो देख सकते हैं।

1. एग्रि ऐप:

एग्री ऐप किसानों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले ऐप में से एक है। इसकी रेटिंग 5 मे से 4.3 है। यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर किसान खेती इनपुट व आउटपुट, सरकारी सेवा लाने वाला एक ऑनलाइन फार्मिंग मार्केट प्लेस है। यह किसानों के लिए चैट का विकल्प भी प्रदान करता है। किसान इस ऐप का उपयोग करके आसानी से कृषि के विशेषज्ञ के साथ चैट कर सकते हैं। यह मोबाइल एप्लिकेशन कृषि कार्य के विविध वीडियो प्रदान करता है। लगभग 0.1 मिलियन उपयोगकर्ताओं ने इस कृषि ऐप को डाउनलोड किया।

2. इफ्को किसान ऐप:

इफ्को किसान ऐप किसान के लिए लगभग कृषि ऐप में से सबसे अच्छा ऐप है। यह उपयोग करने के लिए एक आसान इंटरफ़ेस के साथ स्मृति के मामले में एक छोटा एंड्रॉइड ऐप है। यह एंड्रॉइड एप्लिकेशन नवीनतम कृषि सलाह, नवीनतम मंडी कीमतों और खेती के विभिन्न सुझावों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह मौसम की भविष्यवाणी की जानकारी भी प्रदान करता है। यह 10 भारतीय भाषाओं में किसानों को कृषि अलर्ट भी प्रदान करता है। किसान इस ऐप का उपयोग करके आसानी से कृषि विशेषज्ञों की मदद ले सकते हैं। इस ऐप को लगभग 50 हजार यूजर्स ने डाउनलोड किया।

3.एग्री मीडिया वीडियो ऐप:

एग्री मीडिया वीडियो ऐप वीडियो श्रेणी में किसानों के लिए सबसे लोकप्रिय मोबाइल ऐप में से एक है। इसकी रेटिंग 5 मे से 4.8 है। यह एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस है जो किसानों, कृषि इनपुटव व आउटपुट, फार्मिंग रिटेल और पूर्ति सेवा को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लाता है। यह किसानों को संक्रमित फसलों की अपलोड छवियों के विकल्प के साथ कृषि से संबंधित अपनी क्वेरी को हल करने के लिए चैट सेवा भी प्रदान करता है। किसान आसानी से कृषि विशेषज्ञ से बातचीत कर सकते हैं और अपनी समस्याओं पर चर्चा कर सकते हैं। यह स्मार्टफोन एप्लिकेशन कृषि अभ्यास, नई प्रौद्योगिकियों, सफल किसानों, ग्रामीण विकास व् कृषि से संबंधित विभिन्न वीडियो भी प्रदान करता है

4. फार्म बी.आर.एम.एल. किसान

यह कृषि एंड्रॉइड ऐप की सूची में अद्भुत है व जिसकी रेटिंग 5 में से 4.3 है। यह आसान उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस के साथ मेमोरी के मामले में एक छोटा ऐप है। यह 10 विभिन्न भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। यह उपजाऊ कृषि सामग्री और फसल जीवन चक्र के हर चरण में जानकारी प्रदान करता है। एक किसान 450 फसल किस्मों, 1300 बाजारों, 3500 मौसम स्थानों में से चुन सकता है। यह उपयोगकर्ता के स्थान के आधार पर मंडी मूल्य और मौसम का पूर्वानुमान भी प्रदान करता है। इस ऐप को लगभग 0.5 मिलियन यूजर्स ने डाउनलोड किया है।

5. किसान योजना

किसान योजना एक और लोकप्रिय एंड्रॉइड कृषि ऐप है जो मुफ्त में उपलब्ध है। यह किसान को सभी सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह ग्रामीण लोगों और सरकार के बीच सूचना के अंतर को कम करता है। यह विभिन्न रिश्तेदार राज्यों की योजनाओं को भी प्रदान करता है। यह मोबाइल एप्लिकेशन राज्य सरकार के कार्यालय तक पहुंचने के लिए किसान का समय और यात्रा व्यय भी बचाता है। इस ऐप को लगभग 50 हजार यूजर्स ने डाउनलोड किया।

वर्तमान मे आई. सी.ए. आर. ने बहुत सारे एग्री एप बनाये है, जो कि आई.सी.ए.आर. के सभी संस्थानो द्वारा बनाये गये है, जो कि सभी प्रकार कि फसलो, सब्जिओ, फलो, दुध उत्पादान् व जनवरो से सम्बन्धित है जो कि किसनो कि आय को बढ़ाने मे लाभकारी होंगे।   

सूचना प्रौद्योगिकी से किसानों को लाभ :  

बिचोलियों से मोल-भाव अधिक प्रभावी ढंग से होगा: मोबाईल बिचोलियों द्वारा शोषण और धोखाधड़ी की संभावना कम करके किसान, प्रदायक और खरीददार के बीच एक सीधा संवाद स्थापित करने का कार्य भी करता है। किसान भी मोबाईल आधारित सेवाओं को ऋण, सरकारी योजनाओं, फसल बीमा पलिसियों की जानकारी हासिल करने के लिए उपयोग कर सकते है ।

विभिन्न आगतों की उपयोग दक्षता बढ़ेगी: मशीनीकरण सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए मोबाईल फोन भी इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे कि पानी के पंप और डीजल इंजनों को मोबाईल आधारित रिमोट कंट्रोल सिस्टम से नियंत्रित करके पानी की उपयोग दक्षता में सुधार लाया जा सकता है। साथ ही साथ यह तकनीक बेहतर सिंचाई का समय निर्धारण और समय की बचत करने में भी मदद करेगा। नैनो-गणेश तकनीकी ऐसी प्रणाली का एक उदाहरण है। बिजली की उपलब्धता अनुपलब्धता के स्थिति में नैनो-गणेश के माध्यम से किसान दूर-दराज रहकर भी सिंचाई का नियंत्रण कर सकते हैं। विस्तार सेवाओं को अपने मोबाइल फोन पर स्थानीय भाषा में किसानों को दिया जा सकता है। किसान किसी भी समय और संसाधनों को बर्बाद किये बगैर किसी भी जरूरत के लिए कर सकते हैं।

लाभकारी फसलों का चुनाव तथा अधिक मुनाफा: यह सर्वविदित है कि मोबाईल फोन लगातार ग्रामीण जनता के बीच अधिक से अधिक पहुँच बना रहा है साथ ही साथ सूचनाएं पहुँचाने में एवं क्रषकों द्वारा उनका उपयोग भी समय के साथ बढ़ रहा है। इसलिए भविष्य में मोबाईल फोन एवं संबंधित तकनीक का प्रयोग और अधिक प्रभावी हो जायेगा एवं छोटे किसान भी इसका फायदा उठा पायेगे जिससे कृषि को और अधिक फायदेमंद बनाने के अवसर किसानो को मिलेगे।


लेखक :

*अनीता मीणा , **नीरुपमा सिंह,***जीतेन्द्र कुमार,* कमलेश कुमार, माधुरी मीना एवम  नीतु मीना

*भाकृअनुप. : केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीछवाल,  बीकानेर

** भाकृअनुप. :  भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली

*** डोलफिन पीजी इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल एंड नेचुरल साइंस, देहरादून

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