Agricultural work to be carried out in the month of October
पुष्प फसलें:
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इस माह में गलैडियोलस की पूसा शुभम, पूसा किरन, पूसा मनमोहक, पूसा विदुषि पूसा सृजन व पूसा उन्नती किस्मों की बुआई करें।
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गलैडियोलस के लिए बीज दर 1.5 लाख कंद प्रति हैक्टेयर रखें। गलैडियोलस में चैफर से बचाव के लिए 20-25 किग्रा / है. की दर से थीमेट–जी ग्रैन्यूलस भूमि मे मिला दें।
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नाइट्रोजन-फासफोरस-पोटश (NPK) को 25:16:25 ग्राम/ वर्गमीटर की दर से भूमि मे मिला दें।
सब्जियॉं :
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टमाटर की नर्सरी तैयार करें। पूसा रोहिणी, पूसा हाईब्रिड 1,2,4,8 किस्मों की बुआई करें
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फूलगोभी की पछेती किस्में पूसा स्नोबाल, के-1 पूसा स्नोबाल के टी 25, पूसा स्नोबाल हाईब्रिड 1 की बुआई करें।
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अगेती फसल के लिए मटर की प्रजाति पूसा श्री की बुआई 15 अक्टूबर तक कर दें।
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सामन्य फसल के लिए मटर की किस्में पूसा प्रगति, आर्किल व पूसा श्री की बुआई 15 अक्टूबर के बाद भी कर सकते है।
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गाजर की पूसा रूधिमा, पूसा गसूधा , पूसा असिता किस्मों की बुआई अक्टूबर मे कर सकते है।
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पालक किस्म पूसा भारती, ऑलग्रीन की बुआई करे
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मेथी की पूसा अर्ली बंचिग तथा साग सरसों कि किस्मं पूसा साग 11 की बआई करें।।
फल फसलें:
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आम मे कुरूपता रोग (मैंगो मालफारमेसन ) की रोकथाम के लिए 200 PPM (2 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में) नेफथेलीन एसिटिक ऐसिड का छिडकाव करें।
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आम में नियमित फसल के लिए 4-5 मिली कुल्टार प्रति वर्ग मीटर पेड के घेराव के हिसाब से थालों में डाले।
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अंगूर में कापर आक्सीक्लोराइड 3 ग्राम दवा 1 लिटर पानी में घोलकर छिडकाव करने से अंगूर में एन्थ्रेक्नोज रोग की रोकथाम हो जाऐगी।
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अमरूद में 25 किलोग्राम गोबर की खाद तथा नाईट्रोजन,फास्फोरस, पोटाश प्रत्येक 500 ग्राम के हिसाब से हर पेड मे डाले।
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अमरूद में पिछले साल की शीर्ष शाखाओं को 10 से 15 से.मी. लम्बाई पर काटकर निकाल दें।
चना मटर व सरसों:
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चने की उन्नतशील किस्में पूसा 2085, पूसा 5023 (काबुली), पूसा 547 (देशी) की बुआई करें।
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सरसों की पूसा तारक, पूसा विजय, पूसा सरसों 22, पूसा करिश्मा,पूसा बोल्ड पूसा सरसों 27 की बुवाई करें
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अक्टूबर के अन्तिम सप्ताह में मटर की बुआई से पहले उक्ठा रोग से बचाव के लिए बैविस्टिन 3.0 ग्रम /किग्रा बीज की दर से बीजोपचार करें।
पूसा कृषि पंचाग, भा.क्अनू.सं.