पशु चारा Tag

ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चारा भंडारण संरचनाऐं   साइलेज और 'हे' बनाने  के अलावा कृषि प्रणालियों में भूसा या पुआल और कड़वी शुष्क पदार्थ का एक प्रमुख स्रोत हैं। ऐसी सामग्री का उचित भंडारण आवश्यक है। इसके  भंडारण  हेतु स्थायी और अस्थायी प्रकारों सहित विभिन्न संरचनाओं का उपयोग किया जाता है। धान के भूसे, गेहूं के भूसा को स्टोर करने के लिए विभिन्न तरीके अपनाये जाते है। धान के भूसे का भंडारण आमतौर पर ढेर के रूप में ऊपरी भूमि पर किया जाता है। ढेर के ऊपरी हिस्से को शंक्वाकार आकार दिया जाता है जो पानी को ढेर में प्रवेश करने से रोकता है । गेहूँ का भूसा उत्तरी भारत में पशुओं...

DWRB.137: Barley's high productive, anti yellow-rustic and six-line new variety जौ का उपयोग प्राचीन समय से ही भोजन एवं पशु चारा के लिए किया जाता रहा है । पुरातन समय मैं जौ का उपयोग योद्धाओं द्वारा शक्ति विकास एवं पोषण के लिए किया जाता था । वर्तमान मैं भी जौ की फसल एक बहुविकल्पीय फसल है क्योंकि यह अन्य रबी खाधान्नों की अपेक्षा कम लागत मे तैयार हो जाती है एवं यह लवणीय और क्षारीय भूमि एवं शुष्क क्षेत्रों के लिए भी वरदान है। जौ के निरंतर प्रयोग से  यह एक औषधि का भी काम करती है और इसके रोजाना उपयोग कुछ बिमारियों जैसे मधुमेह, कोलेस्ट्रोल मे कमी एवं मूत्र रोग मैं...

Azolla production techniques and benefits of Azolla कृषि उत्पादों की कीमत में अनिश्चितता और कृषि आदानों की तेजी से बढ़ती लागत, भूजल स्तर में गिरावट के कारण कृषि लागत बढ़ गई है, यही कारण है पिछले कुछ वर्षो में पेशे के रूप में खेती के प्रति किसानों का आकर्षण कम हो रहा है। इस समस्या के समाधान के लि‍ए अजोला की खेती बहुत ही लाभकारी हो सकती है। अजोला एक महत्वपूर्ण  बहुगुणी फर्न  है जिसका उपयोग पशुओं, मछली एवं कुक्कुट के चारे के रूप में उपयोग किया जाता है और इसकी कास्त लागत भी बहुत कम (एक रुपय प्रति कि.ग्रा.)  होती है। अजोला  तेजी से बढ़ने वाली एक प्रकार की जलीय फर्न है,  जो पानी की सतह पर छोटे - छोटे समूह में...