तोरि‍या Tag

Improved cultivation of Taramira Rapeseed, brown mustard, yellow mustard and raya are included in the group of Taramira crops. Taramira can be grown in both fertile and barren lands with limited irrigation and rainfed areas. It is mostly cultivated in rainfed areas in places where other crops cannot be grown successfully. The amount of oil in it is found to be around 35 to 37 percent. Improved cultivation of Taramira तारामीरा फसलों के समूह में तोरिया, भूरी सरसों, पीली सरसों तथा राया आते है। तारामीरा को उपजाऊ एवं बंजर भूमि में सिमित सिंचाई व बारानी दोनों क्षेत्रों में उगाया जा सकता है। इसकी खेती अधिकांशतः बारानी क्षेत्रों में ऐसे स्थानों में की जाती...

Scientific cultivation technique of Rye, Toria and Mustard crop बिहार में रबी मौसम में उगायी जाने वाली तेलहनी फसलों में राई, तोरीया एवं सरसों का प्रमूख स्थान है। इनका उपयोग खाद्य तेल एवं जानवरोंहेतु खल्ली के रूप में किया जाता है। अधिक एवं गुणवत्तायुक्त उपज प्राप्त करने हेतु यह आवश्यक है कि इसकी खेती वैज्ञानिक ढ़ंग से की जाए जिससे अधिक से अधिक मुनाफा प्राप्त किया जा सकें। राई-तोरी, सरसों के उन्नत प्रभेद एवं खेती की विधि: राई में प्रभेद (समय से बुआई हेतु उपयुक्त) - वरूणा:  औसत उपज 20 क्वि/हे0 होता है। इस फसल की अवधि 135 से 140 दिन में तैयार हो जाता है। पूसा बोल्ड: इसकी औसत उपज 19 क्वि0/हे0 है। इस...