फसल चक्र Tag

Harmful effects of current agricultural systems हरित क्रांति ने भारतवर्ष में खाद्यान्न के उत्पादन एवं आपूर्ति तथा खाद्यान्न सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। परिणामस्वरूप पारम्परिक कृषि पद्धतियां का स्थान कृषि की आधुनिक तकनीकों जैसे कि रासायनिक खादों, कृषि रसायनों (कीटनाशी) तथा फार्म मशीनरी ने ले लिया है तथा इस प्रकार का क्रांतिकारी परिवर्तन सिर्फ भारतीय परिदृश्य में ही नहीं अपितु समस्त विश्व की कृषि में देखा जा सकता है। बहुआयामी विकास एवं आधुनिकीकरण के पश्चात भी वर्तमान कृषि विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना कर रही है। वाह्य कृषि निवेशों के अत्यधिक प्रयोग से मृदा, जल एव अनुवांशकीय स्रोतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है तथा मृदा अपरदन, मृदा में पोषक...

Under relay farming method, before the harvesting of base crop, the next crop is sown in the field in the standing condition of base crop and the subsequent crop is called Utera crop. With the use of relay farming, the farmer brother is able to harvest crops with limited resources (land, time, water, labor etc.) and less cost. अधिक आय के लिए गेहूँ में खरबूज कि रिले खेती  सब्जियों का भारतीय कृषि में महत्वपूर्ण स्थान है। ये बहुत सी दूसरी फसलों की तुलना में प्रति ईकाई क्षेत्र में अधिक पैदावार देती है और कम समय में तैयार हो जाती है। भारत में खीरा वर्गीय कुल की लगभग 20 प्रकार की सब्जियों की...

Watermelon and Muskrmelon cultivation for more income in less time     तरबूज (वैज्ञानिक नाम - सिटीलुस लैनाटस ) और खरबूजा (वैज्ञानिक नाम - कुकुमिस मेलो ), जायद मौसम की प्रमुख फसल हैं। इसकी खेती मैदानों से लेकर नदियों के पेटे में सफलतापूर्वक की जा सकती हैं। ये कम समय, कम खाद और कम पानी में उगाई जा सकने वाली फसलें हैं। उगने में सरल, बाजार तक ले जाने में आसानी और अच्छे बाजार भाव से इसकी लोकप्रियता बढती जा रही हैं इसके कच्चे फलो का उपयोग सब्जी के रूप में किया जाता हैं।  इनके पके हुऐ फल अत्यंंत लोकप्रि‍य,  मीठे, शीतल, मृदुल वि‍‍‍‍‍‍रेचक एवं प्यास को शांत करने वाले होते हैं।  तरबूज एक महत्वपूर्ण ककड़ी सब्जी...

फल फसलों में अंतःफसले उगाने की वि‍धि‍यॉं। Intercropping, as one of the multiple cropping systems, has been practiced by farmers for many years in various ways and most areas, and has played a very important role in India. There is more cooperation in nature than competition. Cooperation is exemplified by mutually beneficial relationships that occur between species within communities.. When two or more crops are growing together, each should have adequate space to maximize cooperation and reduce competition between them. This is accomplished by the following factors namely: spatial arrangement, plant density, maturity dates of the crops grown, plant architecture. The objectives of Inter-cropping Systems are:  Inter-cropping was originally practiced as an insurance against...

Vegetable garden: Need of the time अच्छे स्वास्थ्य के लिए दैनिक आहार में संतुलित पोषण का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। फल एवं सब्जियाँ इसी संतुलन को बनाए रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते है क्योंकि ये विटामिन, खनिज लवण तथा कार्बोज के अच्छे स्रोत होते हैं। फिर भी ये जरुरी हैं कि इन फल एवं सब्जियों की नियमित उपलब्धता बनी रहे. इसके लिए घर के पिछवाडें मे पडी जमीन पर खेती करना बहुत ही लाभदायक उपाय हैं। पोषाहार विशेषज्ञों के अनुसार संतुलित भोजन के लिए एक वयस्क व्यक्ति को प्रतिदिन ८५ ग्राम फल और ३०० ग्राम साग-सब्जियों का सेवन करना चाहिए। परन्तु हमारे देश में साग-सब्जियों का वर्त्तमान उत्पादन स्तर प्रतिदिन,...

धान्‍य फसलों एवं शाकीय फसलों पर आधारित 7 अधि‍क आय देने वाली फसल चक्र् आनाज या धान्‍य फसलों व शाकीय फसलों पर आधारि‍त 7 अधि‍क आय देने वाले फसल चक्रों का वि‍वरण यहांं पर दि‍या गया है। अपने क्षेत्र तथा जलवायु के आधार पर कि‍सान इन फसल चक्रों को अपनाकर अपनी आय बढा सकते हैं। फसल प्रणाली उपज  (क्‍विंटल / हैक्‍टेयर) बुवाई समय कटाई समय अनुमानि‍त आय  (रू/हैक्‍टेयर) (मार्च 2010 में) बासमती धान  फूलगाभी  सब्‍जी लोबिया 35 - 40 250 - 300 70-80 जून नवम्‍बर फरवरी नवम्‍बर जनवरी अप्रैल 45000-55000 37000-52000 20000-25000   बासमती धान  मटर  लौकी 35 - 40 70 - 80 300-325 जून नवम्‍बर मार्च नवम्‍बर मार्च मई 45000-55000 40000-50000 50000-58000   बासमती धान  फूलगोभी  प्‍याज 35 - 40 250 - 300 225-250 जून नवम्‍बर जनवरी नवम्‍बर जनवरी मई  45000-55000 37000-52000 52000-62000   धान  गाजर  गेहूं 55 - 60 250 - 300 35- 40 जून सितम्‍बर दिसम्‍बर सितम्‍बर दिसम्‍बर अप्रैल  57000-65000 45000-60000 25000-30000   धान  फूलगोभी  गेहूं 55 - 60 150 - 200 35- 40 जून सितम्‍बर दिसम्‍बर सितम्‍बर दिसम्‍बर अप्रैल  57000-65000 50000-65000 25000-30000   भिण्‍डी  मूली  गेहूं 130 - 140 150 - 200 45- 50 जून सितम्‍बर नवम्‍बर सितम्‍बर नवम्‍बर अप्रैल  35000-40000 25000-40000 35000-40000   बैंगन पालक गेहूं 350 - 400 150 - 175 45- 50 जून सितम्‍बर नवम्‍बर सितम्‍बर नवम्‍बर अप्रैल  70000-90000 30000-37000 35000-40000   Authors:   स्रोत: भा.क्.अ.सं. नर्इ दि‍ल्‍ली प्रकाशन संख्‍या- ISBN978-81-88708-56-7 ...

भारत में सि‍चि‍त क्षेत्रों के लि‍ए 30 अधि‍क आय वालेे फसल चक्र  भारत के सि‍चि‍ंत क्षेत्रों मे द्वीफसलीय , त्रि‍फसलीय और चर्तुफसलीय फसल प्रणालीयो का प्रयोग होता है।  अधि‍क आय वाले 10 फसल चक्र (द्वीफसलीय), 16 फसल चक्र ( त्रि‍फसलीय) तथा 4 फसल चक्र (चर्तुफसली) की जानकारी यहां पर दी गई है। फसल प्रणाली फसल चक्र उपज (टन/ हैक्‍टेयर) बुवाई समय कटाई समय अनुमानि‍त आय (रू/हैक्‍टेयर)(मार्च 2010 में) दोफसलीय धान  गेहूं 5 - 6 4.5 - 5 जून/जुलाई नवम्‍बर अक्‍तूबर अप्रैल 50000-60000  धान  बरसीम 5 - 6 60 - 70 जून/जुलाई अक्‍तूबर अक्‍तूबर मई 70000-80000 बासमती धान  सूरजमुखी 4 - 5 2 - 2.5 जून/जुलाई फरवरी नवम्‍बरमई 60000-65000  मक्‍का  गेहूं 4 - 4.5 5 - 5.5 जून नवम्‍बर अक्‍तूबर अप्रैल 40000-50000  अरहर गेहूं 1.8 - 2 5 - 5.5 जून दि‍संबर नवंबर-दि‍संबर अप्रैल 45000-50000 कपास गेहूं 2 - 2.5 4.5 - 5 मई दि‍सम्‍बर नवम्‍बर/दि‍सम्‍बर अप्रैल 40000-50000 मूंगफली  गेहूं 1.8 - 25 - 5.5 जुलाईनवम्‍बर अक्‍तूबरअप्रैल 40000-50000 धान  चना 5 - 6 1.8 - 2 जून/जुलाई अक्‍तूबर अक्‍तूबर अप्रैल 40000-50000 सोयाबीन  गेहूं 1.8 - 2 5 - 5.5 जुलाई नवम्‍बर नवम्‍बर अप्रैल 40000-50000 सोयाबीन  आलू 1.8 - 220 - 25 जुलाई नवम्‍बर नवम्‍बर फरवरी 45000-55000 त्रि‍फसलीय हरी खाद (ढैंचा/ सनई/ लोभि‍या)  धान  गेहूं   5.5 - 6 4.5 - 5 अप्रैल  जून/जुलाई नवम्‍बर जून  अक्‍तूबर अप्रैल 55000-65000 चारा (लाबि‍या+बाजरा/मक्‍का/ज्‍वार)  मक्‍का  गेहूं 20-25  4 - 4.5 5 - 5.5 अप्रैल जुलाई  नवम्‍बर जून  अक्‍तूबर  अप्रैल 65000-70000 हरी...

शाकीय फसलो पर आधारि‍त अधि‍क आय वाले 11 फसल चक्र Crop rotation is the key principle of conserving agriculture. It improves the soil structure and fertility. Also it helps control weeds, pests and diseases. Farmers use different combinations of crops to get maximum profitability from same piece of land. These are 11 best crop rotations for vegetable cultivation in India for more profitability. क्षेत्र फसल चक्र उपज  (कुन्‍तल / एकड) अनुमानि‍त लागत  (रू / एकड) अनुमानि‍त आय  (रू / एकड) अनुमानि‍त लाभ  (रू / एकड) बि‍क्री दर  (रू / कि‍.ग्रा.) उत्‍तर मैदानी क्षेत्रों के लि‍ए अगेती गोभी (जुलाई - अक्‍तूबर) मटर (अक्‍तूबर - जनवरी टमाटर ( जनवरी - जून) 50 35 100 20000 8000 25000 100000 35000 100000 80000 27000 75000 20 10 10 भि‍न्‍डी (जून- सि‍तंम्‍बर) गाजर (अक्‍तूबर - दि‍सम्‍बर) फूलगोभी (दि‍संम्‍बर - मार्च) मूली (अप्रैल - मई) 50 100 100 70 15000 12000 15000 6000 40000 50000 30000 21000 25000 38000 15000 15000 8 5 3 3 खीरा (जुलाई - सि‍तम्‍बर) आलू (अक्‍तूबर - दि‍सम्‍बर) प्‍याज (जनवरी - जून) 50 100 110 12000 15000 25000 50000 60000 110000 38000 45000 85000 10 6 10 पूर्वोत्‍तर क्षेत्र के लि‍ए फूल गोभी (जुन - अगस्‍त) मटर (सि‍तंबर-नवम्‍बर)  मूली (दि‍सम्‍बर-जनवरी)  शि‍मला र्मि‍र्च(जनवरी-मई) 50 40 70 70 16000 10000 8000 25000 75000 40000 21000 105000 59000 30000 13000 80000 15 10 3 15 हरी र्मि‍र्च (जुन -...