मूंग की खेती Tag

राजस्थान में मूँग की उन्नत खेती  मूँग एक फलीदार फसल है जिसे मुख्य रूप से दाल के लिए प्रयोग किया जाता है। दाने के साथ-साथ फसल की पत्तियों और तने से पर्याप्त मात्रा में भूसा प्राप्त होता है, जो जानवरों के चारे के रूप में प्रयोग किया जाता है। भारत में लगभग 308 मिलियन हेक्टेयर में मूंग की खेती की जाती है तथा इसका उत्पादन 1.31 मिलियन टन प्रति वर्ष है। मूंग की औसत उत्पादकता 4.25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। मूंग को हरी खाद के लिए भी प्रयोग किया जाता है। मूंग की जड़ों में सूक्ष्म जीवाणु पाए जाते हैं जो वायुमंडल की नाइट्रोजन को एकत्रित करते हैं जो अगली फसल के द्वारा प्रयोग की जाती है। इसे मृदा अपरदन अवरोधी तथा कैच क्रॉप के रूप में प्रयोग करते हैं। राजस्थान में मूंग खरीफ एवं...

भारत मे बोई जाने वाली मूंग की उन्‍नत किस्‍में  मूगं की बुआई का समय जायद में मार्च एव्ं खरीफ में जून-जुलाई होता है। बीज की दर 12 से 15 कि‍लोग्राम प्रति हैक्‍टेयर उचि‍त होती है। Kanika (IPM 302-2) कनि‍का  Developed by the ICAR-Indian Institute of Pulses Research, Kanpur, for commercial cultivation in Uttar Pradesh, India. The Kanika variety is suitable for Spring (March sowing) as well as Kharif (June sowing, Rainy) seasons. It exhibited a wider adaptability and showed a yield superiority of >15% over the commercial check IPM 02-3 in the State Adaptive Trials over 3 years (2014-16). Kanika also recorded yield superiority in the All India Coordinated Trials of about 15% over the...