Miscellaneous

Artificial intelligence in minimizing pesticide and water use in agriculture ऐसे बुद्धिमान कंप्यूटरों का निर्माण जो ऐसे कार्यों को कर सकते हैं जिनमें आमतौर पर मानव बुद्धि की आवश्यकता होती है, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)) के रूप में जाना जाता है, जो कंप्यूटर विज्ञान की एक शाखा है। उद्योग के सभी पहलुओं में, कृत्रिम बुद्धिमत्ता का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ रहा है। दुनिया के सबसे पुराने और सबसे महत्वपूर्ण व्यवसायों में से एक कृषि और खेती है। इसका अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। विश्व की बढ़ती जनसंख्या के कारण भूमि, जल और अन्य संसाधन समाप्त होते जा रहे हैं, मांग-आपूर्ति चक्र को बनाए रखना असंभव बना रहा है। इस प्रकार, हमें...

Okra: A comprehensive overview of cultivation, global export and post-harvest management भिंडी (Abelmoschus esculentus (L.) Moench), जिसे आमतौर पर लेडीज फिंगर के नाम से जाना जाता है, एक लोकप्रिय सब्जी फसल है जिसे उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में व्यापक रूप से उगाया जाता है। अपने नाजुक, चिपचिपे हरे फलों के लिए जानी जाने वाली भिंडी न केवल पाक उपयोगों के लिए, बल्कि पोषण संबंधी लाभों के लिए भी अत्यधिक प्रशंसित है। भिंडी फाइबर, विटामिन ए और सी, और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है, जो एशिया, अफ्रीका और अन्य क्षेत्रों के आहारों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा भिंडी उत्पादक और निर्यातक देश है, जो वैश्विक बाजार में महत्वपूर्ण...

कृषि में जलवायु लचीलापन: बदलती दुनिया के साथ अनुकूलन Climate change poses a significant threat to global food security, affecting crop yields, soil health, and water availability. Rising temperatures, erratic rainfall, and extreme weather events make it imperative for farmers to adopt climate-resilient practices. But what exactly is climate resilience in agriculture, and how can we ensure a sustainable future for farming? Understanding Climate Resilience in Agriculture Climate resilience refers to the ability of agricultural systems to withstand, adapt to, and recover from climate-related stresses while maintaining productivity. This involves implementing strategies that enhance soil health, optimize water use, and promote biodiversity to create more robust and sustainable farming systems. In a world where climate...

The wonderful world of flaxseed: from superfood to sustainable solution अलसी (Linum usitatissimum L.), जिसे फ्लैक्ससीड के नाम से भी जाना जाता है, सदियों से मानव आहार और उद्योगों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। चाहे वह हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देना हो, खाद्य उद्योग में क्रांति लाना हो, या सौंदर्य प्रसाधनों और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों में जगह बनाना हो, अलसी प्रकृति के सबसे बहुमुखी संसाधनों में से एक साबित हो रही है। कार्यात्मक खाद्य पदार्थों और स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी) में बढ़ती रुचि के साथ, आइए अलसी के तेल और बीजों के मूल्य संवर्धन में हो रही रोमांचक प्रगति पर एक नज़र डालें। अलसी का तेल: पोषण और स्वास्थ्य के लिए वरदान हृदय के लिए...

छोटे किसानों को सशक्त बनाने के लिए कृषि में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस का उपयोग India’s agricultural sector, which employs nearly 50% of the nation’s workforce and contributes around 17-18% to its GDP, faces daunting challenges. Smallholder farmers, who constitute about 85% of the farming population, are particularly vulnerable to the impacts of climate change and economic instability. Erratic weather patterns, declining productivity, rising input costs, and limited access to resources have created a precarious situation for millions of farming households. An estimated 500 million smallholder farms in the developing world support almost 2 billion people and produce about 80% of the food consumed in Asia and sub-Saharan Africa. According to the Economic...

नीम: व्यापक लाभ वाला एक बहुउद्देशीय वृक्ष Neem (Azadirachta indica) is a versatile and fast-growing evergreen tree native to the Indian subcontinent. Known for its resilience and adaptability, Neem has been utilized for thousands of years in traditional medicine, agriculture, and daily life due to its remarkable properties. This tree is often referred to as the "Village Pharmacy" in India because of its myriad uses. In recent years, Neem has gained global attention for its environmental, agricultural, and medicinal benefits. This article explores the utility of Neem as fodder, its soil-improving capacity, and its role as an insecticide. Utility of Neem as Fodder 1. Nutritional Value of Neem Leaves Neem leaves are a valuable...

Impact of drones on farming: A new direction for modern agriculture तकनीक का तेजी से विकास हमारे जीवन के हर क्षेत्र में बदलाव ला रहा है, और कृषि भी इससे अछूती नहीं रही है। खासकर, ड्रोन (बिना पायलट के हवाई वाहन) ने खेती की दुनिया में एक नई क्रांति शुरू की है। ड्रोन तकनीक के आगमन ने कृषि के पारंपरिक तरीकों को बदलकर उन्हें अधिक सटीक, कुशल और प्रभावी बना दिया है। आइए जानें कि कैसे ड्रोन आधुनिक खेती की दिशा को बदल रहे हैं। ड्रोन तकनीक ने कई क्षेत्रों में दक्षता और सटीकता में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। इन बिना पायलट के हवाई वाहनों की उन्नत सेंसिंग और इमेजिंग क्षमताओं ने...

Advanced cultivation of golden fibre jute: an overview जूट को भारत का सुनहरा रेशा ('गोल्डन फाइबर') माना जाता है। जूट  प्राकृतिक, नवीकरणीय, जैवनिम्ननीय और पर्यावरण-अनुकूल उत्पाद है, जिसका उपयोग ज़्यादातर पैकेजिंग सामग्री के रूप में किया जाता है, आजकल इसे पैकेजिंग क्षेत्र में सस्ते सिंथेटिक्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। पारंपरिक पैकेजिंग क्षेत्र के अलावा, जूट का उपयोग बड़े और छोटे उद्योगों में कपड़ा और गैर-कपड़ा दोनों क्षेत्रों में किया जाता रहा है। जूट पर्यावरण के अनुकूल है, जैवनिम्ननीय है और इसमें CO2 अवशोषण दर बहुत अधिक होने के कारण, इसको पर्यावरण के अनुकुल बनाता है और 'सुरक्षित' पैकेजिंग के सभी मानकों को पूरा करता है जो इसके व्यवसायिक विकास...

Main components of natural farming and benefits of their use प्राकृतिक खेती एक कृषि पद्धति है जो रसायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और जुताई के बिना खेती करने पर जोर देती है इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए स्वस्थ और प्राकृतिक उत्पाद उगाना है। यह पद्धति मासानोबू फुकुओका का द्वारा विकसित की गई थी जिसे फुकुओका विधि भी कहा जाता है। जिसमें केवल प्राकृतिक आदानों का उपयोग किया जाता है। प्राकृतिक खेती फसलों, पेड़ों और पशुधन को एकीकृत करती है, जिससे कार्यात्मक जैव विविधता के इष्टतम उपयोग की सुविधा मिलती है। प्राकृतिक खेती मिट्टी की उर्वरता और पर्यावरणीय स्वास्थ्य की बहाली, और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का शमन या निम्नीकरण, प्रदान करते हुए...

Agri-Startups: New Era of Entrepreneurship भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां बड़ी संख्या में लोग कृषि से जुड़े हैं और इसका सीधा संबंध अर्थव्यवस्था से होता है। हालांकि, लगातार बदलते युग में, कृषि क्षैत्र में सुधार और नवाचार के लिए कई अवसर प्राप्त हो रहे हैं। इसमें कृषि स्टार्टअप्स का महत्वपूर्ण योगदान है जो आर्थिक विकास और किसानों की बढ़ती आय के साथ सुरक्षित कृषि तक पहुंचने में मदद कर रहे हैं। भारत में कृषि स्टार्टअप्स का यह समय सरकारी उत्साह, निवेश, और नवाचार से भरा हुआ है, जिससे देश की कृषि में नई दिशा एवं ऊर्जा की प्राप्ति हो रही हैं। कृषि स्टार्टअप्स, भारतीय कृषि में एक नवाचारी दृष्टिकोण को...