चारा ज्वार की बहु वाली प्रजातियॉं
किसानो को अधिक उत्पादन देने वाली बहु कटाई चारा ज्वार किस्मों का अपने क्षेत्र के अनुरूप चयन करना चाहिए | विगत कुछ वर्षो में विभिन्न कृषि जलवायु वाली परिस्थितियों के लिए राष्टीय एवं क्षेत्रीय स्तर पर ज्वार की बहु कटाई वाली बहुत सी किस्में विकसित की गई है | किसान अपने क्षेत्र के अनुरूप संस्तुत किस्म का चयन कर अधिक से अधिक उत्पादन ले सकता है । बहु कटाई वाली ज्वार की किस्मों की बुआर्इ अप्रेल के पहले पखवाड़े में करनी चाहिए, असिंचित क्षेत्रों में मानसून के आने के बाद अथवा 15 जून बाद बुआई करें |
बहुकट चारा ज्वार की किस्मों हेतु बीज की मात्रा 40 से 50 की.ग्रा. प्रति हेक्टेयर रखें |
Varieties |
Characteristics |
पूसा चरी 23 Pusa Chari-23 |
यह किस्म उत्तरी भारत में लगाई जा सकती है तथा प्रति हेक्टेयर 500 से 550 क्विंटल हरा चारा एवं 160 क्विंटल सुखा चारा देती है| इस किस्म का तना पतला, कम रस दार एवं कम मीठा होता है तथा इसकी पत्तीयां पतली एवं मध्य शिरा सफेद होती है| इस किस्म की बीज उत्पादन क्षमता तथा पोषण गुणवत्ता अच्छी होने के साथ साथ यह कम अवधि वाली किस्म है | |
पूसा चरी 109 Pusa Chari-109 |
Multi cut with av. Yield 712 q/ha. 2-4 cut |
पूसा चरी संकर Pusa chari shankar |
Multicut hybrid with av. Yield 680-700 q/ha. |
एस. एस. जी.-59-3 MSG 59-3 |
यह किस्म सम्पूर्ण भारत में लगाई जा सकती है तथा प्रति हेक्टेयर 600 से 700 क्विंटल हरा चारा एवं 150 क्विंटल सुखा चारा देती है| इस किस्म में 55 से 60 दिन में फूल आते है तथा यह लम्बे समय तक हरा चारा देने में सक्षम है इसका तना लम्बा, पतला एवं कम रसदार एवं कम मीठा होता है | इस किस्में बीज उत्पादन की समस्या रहती है तथा साथ ही साथ यह रोगों के प्रति सहिष्णु भी है | |
पूसा चरी 9 Pusa chari-9 |
Multi cut variety with av. Yield 1000 q/ha. |
एम. पी. चरी MP Charri |
इस किस्म का तना लम्बा एवं कम रसदार, पत्तियां मध्यम लम्बी, पतली तथा मध्य शिरा सफेद होती है तथा इस किस्म में हाइड्रोसायनिक अम्ल कम होता है तथा इस किस्म में 65 से 70 दिन में फूल आते है | यह किस्म रोगों के प्रति सहिष्णु होने के साथ साथ ग्रीष्म ऋतू के लिए उपयुक्त है तथा सम्पूर्ण भारत में लगाई जा सकती है | इस किस्म से प्रति हेक्टेयर 400 से 500 क्विंटल हरा चारा एवं 95 से 110 क्विंटल सुखा चारा मिलता है | |
को. 29 CO 29 |
इस किस्म में कटाई के बाद कल्ले फूटने की क्षमता अच्छी होती है तथा बीज बारीक़ होने के कारण बीज उत्पादन की अत्यधिक समस्या रहती है | यह किस्म सम्पूर्ण भारत में लगाई जा सकती है तथा प्रति हेक्टेयर 800 से 900 क्विंटल हरा चारा एवं 180 क्विंटल सुखा चारा देती है| |
सी. एस. एच. 20 एम. एफ. CSH 20 MF |
यह एक संकर किस्म है | इस किस्म का तना लम्बा, मिठास एवं रस वाला, पत्तीयां गहरी हरी एवं मध्य शिरा हरी होती है| एह किस्म पत्तीधब्बा रोग रोधी होने के साथ साथ पोषण गुणवत्ता वाली होती है तथा सम्पूर्ण भारत में लगाई जा सकती है तथा प्रति हेक्टेयर 850 से 950 क्विंटल हरा चारा एवं 200 क्विंटल सुखा चारा देती है| |
सी. एस. एच. 24 एम. एफ CSH 24 MF |
यह एक संकर किस्म है जो सम्पूर्ण भारत में लगाई जा सकती है | इस किस्म का तना लम्बा, मध्यम मोटाई वाला, मिठास एवं रस युक्त होता है तथा पत्तीयां हल्की हरी एवं मध्य शिरा हरी होती है | यह किस्म पत्तीधब्बा रोग रोधी होने के साथ साथ इसकी बीज उत्पादन क्षमता एवं पोषण गुणवत्ता अच्छी होती है तथा यह प्रति हेक्टेयर 850 से 950 क्विंटल हरा चारा एवं 200 क्विंटल सुखा चारा देती है| |
पी. सी. एच. 106 PCH 106 |
यह एक संकर किस्म है जो सम्पूर्ण भारत में लगाई जा सकती है तथा इस किस्म से प्रति हेक्टेयर 700 से 800 क्विंटल हरा चारा एवं 180 क्विंटल सुखा चारा मिलता है | इस किस्म में 60 से 62 दिन में फूल आते है तथा इसका तना पतला सुखा एवं कम रसीला होता है इस किस्म से 3-4 कटाई आसानी से ले सकते है तथा यह पत्तीधब्बा रोग सहिष्णु किस्म है | |
पी. सी. एच. 109 PCH 109 |
यह एक संकर किस्म है जो पत्तीधब्बा रोग से सहिष्णु होती है तथा इसका तना सुखा एवं कम रसीला होता है | यह सम्पूर्ण भारत में लगाई जा सकती है तथा प्रति हेक्टेयर 750 से 800 क्विंटल हरा चारा एवं 170 क्विंटल सुखा चारा देती है |
पंजाब सुड़ेक्स Punjab sudex |
यह एक संकर किस्म है | इस किस्म में 60 से 65 दिन में फूल आते है तथा 8-10 कल्ले निकलते है | इसका तना पतला एवं कम रसीला होता है | यदि सिचाई की सुविधा हो तो इस किस्म से 4 कटाई आसानी से ले सकते है | यह किस्म पंजाब में लगाई जा सकती है तथा प्रति हेक्टेयर 600 क्विंटल हरा चारा एवं 170 क्विंटल सुखा चारा देती है | |
हरा सोना Hara Sona |
यह एक संकर किस्म है | इस किस्म में 60 से 65 दिन में फूल आते है तथा 9-10 पत्तीयां होने के साथ साथ इसका तना पतला होता है तथा इसमें 5-6 कल्ले निकलते है| इस किस्म से 3 कटाई आसानी से ले सकते है | यह किस्म पंजाब में लगाई जा सकती है तथा प्रति हेक्टेयर 630 क्विंटल हरा चारा एवं 150 क्विंटल सुखा चारा देती है | |