Price Analysis of Onion in Indore APMC Market
सूचना का अभाव कृषि बाजारों में किसानों को विशेष रूप से छोटे किसानों को अधिक प्रभावित करता हैं। आमतौर पर किसान दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं और इस कारण उन्हें बाजार की स्थितियों के बारे में कम जानकारी होती है। अगर किसानों को कृषि मूल्यों के बारे में सही और विस्तृत जानकारी उपलब्ध हो जाए तो वो अपनी उपज को सही वक्त और सही जगह पर बेचने की कोशिश कर सकते हैं।
वर्तमान स्थिति में किसानों को विभिन्न माध्यमों से रोजाना कृषि मूल्यों की जानकारी मिलती है। परंतु वर्तमान में कृषि मूल्यों के बारे में रोजाना मिलने वाली जानकारी किसानों को उत्पादन और विपणन प्रबंधन के लिए पर्याप्त नहीं है। इसलिए प्रस्तुत लेख में इंदौर (मध्य प्रदेश) कृषि उपज मंडी में आवक होने वाले प्याज की कीमतों का विस्तृत रूप से विश्लेषण किया गया हैं।
इस लेख से उत्पन्न जानकारी प्याज किसानों के लिए अपना उत्पादन सही वक्त पर इंदौर कृषि उपज मंडी में बेचने के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। इसके अलावा प्रस्तुत जानकारी के आधार पर किसान बाजार आधारित प्याज उत्पादन प्रबंधन उचित तरीके से कर सकते हैं।
1. इंदौर कृषि उपज मंडी: संक्षेप में
इंदौर कृषि उपज मंडी किसानों द्वारा काटी गई फसल को बिक्री के लिए मंडी में स्थान दिलाने की सुविधा देती हैं। विनियमित विक्रेताओं और दलालों के शोषण से किसानों को बचाने के उद्देश्य से ऐसी कृषि उपज मंडीयों की स्थापना पूरे भारतवर्ष में की गई हैं। ऐसे बाजार का प्रबंधन मार्केट कमेटी ‘कृषि उपज विपणन समिति’ (Agricultural Produce Market Committee - APMC) द्वारा किया जाता है।
जिसमें राज्य सरकार, स्थानीय निकायों, आर्हतिया, दलालों और किसानों के प्रतिनिधि होते हैं। इंदौर कृषि उपज मंडी में बड़े पैमाने पे प्याज की आवक होती हैं। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के अनुसार, साल 2018 में कुल 2,97,671 टन प्याज की इंदौर कृषि उपज मंडी में आवक हुई।
लेखाचित्र-1 में इंदौर कृषि उपज मंडी में बीते 10 साल में प्याज की आवक प्रस्तुत की गई हैं। इंदौर कृषि उपज मंडी में 2009 से 2018 की अवधि में आवक में 107.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस दौरान इंदौर कृषि उपज मंडी में आवक की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर 7.59 प्रतिशत रहा।
लेखाचित्र 1. इंदौर कृषि उपज मंडी में बीते 10 साल में प्याज की आवक
3. इंदौर कृषि उपज मंडी निकट अन्य ए.पी.एम.सी मार्केट्स
मध्य प्रदेश में इंदौर, भोपाल, जबलपुर, जावरा, खंडवा, नीमच, पिपलिया, रतलाम तथा सागर ए.पी.एम.सी मार्केट्स में प्याज की बिक्री होती हैं। इंदौर से बाकी ए.पी.एम.सी मार्केट्स की दूरी नीचे तालिका-1 में दी गई हैं।
तालिका 1. इंदौर कृषि मंडी निकट अन्य प्याज मार्केट्स
इंदौर कृषि उपज मंडी निकट अन्य ए.पी.एम.सी मार्केट्स | दूरी (किमी) |
इंदौर से रतलाम | 139 |
इंदौर से रतलाम से जावरा | 177 |
इंदौर से रतलाम से जावरा से पिपलिया | 244 |
इंदौर से रतलाम से जावरा से पिपलिया से नीमच | 288 |
इंदौर से भोपाल | 193 |
इंदौर से भोपाल से सागर | 363 |
इंदौर से भोपाल से सागर से जबलपुर | 523 |
इंदौर से खंडवा | 130 |
4. इंदौर कृषि उपज मंडी में कृषि उत्पाद को मिलने वाले मूल्यों के प्रकार
इंदौर कृषि उपज मंडी में आवक होने वाले कृषि उत्पाद के मूल्यों को तीन प्रकार अर्थात अधिकतम मूल्य, न्यूनतम मूल्य एवंम मॉडल मूल्य में वर्गीकृत किया जाता हैं। किसानों को अपने उपज के गुणवत्ता के अनुसार मूल्य मिलता हैं। विशेष दिन / सप्ताह / महीने / वर्ष में विशिष्ट वस्तु को कम से कम मूल्य प्राप्त होने पर उसे उसी वस्तु का न्यूनतम मूल्य कहा जाता है।
सबसे कम गुणवत्ता वाली प्याज को न्यूनतम मूल्य मिलता हैं। इसके विपरीत विशेष दिन / सप्ताह / महीने / वर्ष में विशिष्ट वस्तु को ज्यादा से ज्यादा मूल्य प्राप्त होने पर उसे उसी वस्तु का अधिकतम मूल्य कहा जाता है। सबसे उच्च गुणवत्ता वाले प्याज को अधिकतम मूल्य मिलता हैं।
इसके अलावा विशेष दिन / सप्ताह / महीने / वर्ष में विशिष्ट वस्तु का बड़ा हिस्सा एक विशिष्ट मूल्य पे बिक्री होता हैं उसे मॉडल मूल्य कहते हैं। औसत गुणवत्ता वाले प्याज को मॉडल मूल्य मिलता हैं।
5. इंदौर कृषि उपज मंडी में बीते 10 साल में प्याज की औसत मूल्य
इंदौर कृषि उपज मंडी में वर्ष 2009 से लेकर वर्ष 2018 तक के अधिकतम, न्यूनतम एवंम मॉडल मूल्य को तालिका-2 में प्रस्तुत किया हैं। तालिका में प्रस्तुत मूल्य विशिष्ट वर्ष के औसत के रूप में प्रस्तुत किया हैं।
तालिका 2. इंदौर कृषि उपज मंडी में बीते 10 साल में प्याज की औसत मूल्य (रुपये / क्विंटल)
वर्ष | औसत न्यूनतम मूल्य | औसत अधिकतम मूल्य | औसत मॉडल मूल्य |
2009 | 420 | 1029 | 805 |
2010 | 586 | 1319 | 1009 |
2011 | 426 | 1073 | 809 |
2012 | 191 | 714 | 506 |
2013 | 711 | 2227 | 1646 |
2014 | 280 | 1430 | 999 |
2015 | 513 | 2191 | 1564 |
2016 | 129 | 871 | 541 |
2017 | 367 | 1447 | 1105 |
2018 | 332 | 1272 | 940 |
6. इंदौर कृषि उपज मंडी में प्याज की कीमतों का वार्षिक औसत से माहवार विचलन
निम्नलिखित अध्ययन इंदौर कृषि उपज मंडी में वर्ष 2009 से लेकर वर्ष 2018 तक के 10 साल के माहवार डेटा से वैज्ञानिक विधि से सीजनल इंडायसेस निकाल के निष्कर्षित किया गया। लेखाचित्र 2 (अ,ब,क) में इंदौर कृषि उपज मंडी में प्याज की कीमतों का उसके वार्षिक औसत से माहवार विचलन प्रस्तुत किया गया हैं।
प्याज की कीमतों का उसके वार्षिक औसत से माहवार विचलन को ध्यान में रख के किसान अपनी प्याज मंडी में लाने की कोशिश कर सकते हैं। यह करने से प्याज किसानों को अपनी उपज का उचित दाम मिल सकता हैं।
6.1 इंदौर कृषि उपज मंडी में न्यूनतम कीमतों का वार्षिक औसत से माहवार विचलन
इंदौर कृषि उपज मंडी में न्यूनतम कीमतों का वार्षिक औसत से माहवार विचलन दिखाता है कि (लेखाचित्र 2अ देखे), फरवरी से जून तक पाँच महीनों में प्याज की बिक्री करने वाले किसानों को औसत से कम कीमत मिली थी। इसके विपरीत इंदौर कृषि उपज मंडी में जुलाई से जनवरी के बीच प्याज की बिक्री करने वाले किसानों को औसत से अधिक मूल्य पाए गए थे।
फरवरी में औसत से -3 प्रतिशत, मार्च में औसत से -37 प्रतिशत, अप्रैल में औसत से -47 प्रतिशत, मई में औसत से -52 प्रतिशत और जून में औसत से -24 प्रतिशत कम कीमतें पायी गई। इसके अलावा, जुलाई में औसत से +4 प्रतिशत, अगस्त में औसत से +7 प्रतिशत, सितंबर में औसत से +27 प्रतिशत, अक्टूबर में औसत से +33 प्रतिशत, नवंबर में औसत से +20 प्रतिशत, दिसंबर में औसत से +25 प्रतिशत और जनवरी में औसत से +47 प्रतिशत अधिक मूल्य रहा।
औसत से सबसे ज्यादा ऋणात्मक मूल्य मई में पाए गए। साथ ही प्याज किसानों को जनवरी में सबसे अधिक दाम मिले। ऊपर दी गई जानकारी सिर्फ ऐसे प्याज के बारे में हैं जो न्यूनतम मूल्य पे बेची गई।
जो किसान अपनी कम गुणवत्ता वाली प्याज को इंदौर कृषि उपज मंडी में बेचना चाहते हैं वो इसी परिच्छेद में दी गई जानकारी के अनुसार बेच सकते हैं। यह करने से प्याज किसानों को अपनी उपज को उचित दाम मिल सकता हैं
लेखाचित्र 2 अ. इंदौर कृषि उपज मंडी में न्यूनतम कीमतों का वार्षिक औसत से माहवार विचलन
6.2 इंदौर कृषि उपज मंडी में अधिकतम कीमतों का वार्षिक औसत से माहवार विचलन
इंदौर कृषि उपज मंडी में अधिकतम कीमतों का वार्षिक औसत से माहवार विचलन दिखाता है कि (लेखाचित्र 2ब देखे), फरवरी से जुलाई तक छह महीनों में प्याज की बिक्री करने वाले किसानों को औसत से कम कीमते मिली। इसके विपरीत इंदौर कृषि उपज मंडी में अगस्त से जनवरी के बीच प्याज की बिक्री करने वाले किसानों को औसत से अधिक मूल्य प्राप्त हुए।
फरवरी में औसत से -9 प्रतिशत, मार्च में औसत से -33 प्रतिशत, अप्रैल में औसत से -42 प्रतिशत, मई में औसत से -44 प्रतिशत, जून में औसत से -26 प्रतिशत और जुलाई में औसत से -9 प्रतिशत कम कीमतें पायी गई। इसके अलावा, अगस्त में औसत से +15 प्रतिशत, सितंबर में औसत से +22 प्रतिशत, अक्टूबर में औसत से +35 प्रतिशत, नवंबर में औसत से +42 प्रतिशत, दिसंबर में औसत से +28 प्रतिशत और जनवरी में औसत से +19 प्रतिशत अधिक मूल्य रहा।
औसत से सबसे ज्यादा ऋणात्मक मूल्य मई में पाए गए। साथ ही प्याज किसानों को नवंबर में सबसे अधिक दाम मिले। ऊपर दी गई जानकारी सिर्फ ऐसे प्याज के बारे में हैं जो अधिकतम मूल्य पे बेची गई।
जो किसान अपनी उच्च गुणवत्ता वाली प्याज को इंदौर कृषि उपज मंडी में बेचना चाहते हैं वो इसी परिच्छेद में दी गई जानकारी के अनुसार बेच सकते हैं। यह करने से प्याज किसानों को अपनी उपज को उचित दाम मिल सकता हैं
लेखाचित्र 2ब. इंदौर कृषि उपज मंडी में अधिकतम कीमतों का वार्षिक औसत से माहवार विचलन
6.2 इंदौर कृषि उपज मंडी में मॉडल कीमतों का वार्षिक औसत से माहवार विचलन
इंदौर कृषि उपज मंडी में मॉडल कीमतों का वार्षिक औसत से माहवार विचलन दिखाता है कि (लेखाचित्र 2क देखे), फरवरी से जुलाई तक छह महीनों में प्याज की बिक्री करने वाले किसानों को औसत से कम कीमते मिली। इसके विपरीत इंदौर कृषि उपज मंडी में अगस्त से जनवरी के बीच प्याज की बिक्री करने वाले किसानों को औसत से अधिक मूल्य प्राप्त हुए।
फरवरी में औसत से -9 प्रतिशत, मार्च में औसत से -33 प्रतिशत, अप्रैल में औसत से -44 प्रतिशत, मई में औसत से -48 प्रतिशत, जून में औसत से -26 प्रतिशत और जुलाई में औसत से -7 प्रतिशत कम कीमते पायी गई। इसके अलावा, अगस्त में औसत से +14 प्रतिशत, सितंबर में औसत से +23 प्रतिशत, अक्टूबर में औसत से +35 प्रतिशत, नवंबर में औसत से +39 प्रतिशत, दिसंबर में औसत से +33 प्रतिशत और जनवरी में औसत से +24 प्रतिशत अधिक मूल्य रहा।
औसत से सबसे ज्यादा ऋणात्मक मूल्य मई में पाए गए। साथ ही प्याज किसानों को नवंबर में सबसे अधिक दाम मिले। ऊपर दी गई जानकारी सिर्फ ऐसे प्याज के बारे में हैं जो मॉडल मूल्य पे बेची गई।
जो किसान अपनी औसत गुणवत्ता वाली प्याज को इंदौर कृषि उपज मंडी में बेचना चाहते हैं वो इसी परिच्छेद में दी गई जानकारी के अनुसार बेच सकते हैं। यह करने से प्याज किसानों को अपनी उपज को उचित दाम मिल सकता हैं
लेखाचित्र 2क. इंदौर कृषि उपज मंडी में मॉडल कीमतों का वार्षिक औसत से माहवार विचलन
अंततः प्याज किसानों को जो की इंदौर कृषि उपज मंडी में अपनी पैदावार बेचना चाहते है उनको सुझाव दिया जाता हैं की वे मार्केट में प्याज की वार्षिक औसत मूल्यों और उसके औसत से माहवार विचलन देखके मंडी में लाने की कोशिश करे। यह करने से प्याज किसानों को अपनी उपज को उचित दाम मिल सकता हैं, साथ ही मार्केट में होने वाली कीमतों की अस्थिरता कम की जा सकती हैं।
महत्वपूर्ण सूचना: इस लेख में प्रस्तुत विश्लेषण ‘राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान’ की वैबसाइट http://nhrdf.org/en-us/ से डाटा डाउनलोड करके वैज्ञानिक विधि से किया गया हैं।
Authors
अंकुश कांबले1*, शिवेंद्र कुमार श्रीवास्तव2, आनंद कुमार विश्वकर्मा1
1भा.कृ.अनु.प. - भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान, भोपाल - 462038, मध्यप्रदेश, भारत
2भा.कृ.अनु.प. - राष्ट्रीय कृषि आर्थिकी एवम् नीति अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली - 110012, भारत
*Corresponding author email: