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Solar Energy Based Irrigation System: A Modern Technique कृषि कायों में लगातार यांत्रिक उपकरणो के उपयोग से खेती मे उर्जा की खपत बढती जा रही है फलस्वरूप कृृषि लागत भी वढ रही है। खेती में विभिन्न प्रकार के कृषि कार्यों के लिए विद्युत उर्जा का उपयोग होता है।  उर्जा की बढती कीमत में भी खेती को लाभदायक बनाने के लिए सस्ती वैकल्पिक उर्जा श्रोत की आवश्यकता है जिसे आजकल सौर ऊर्जा के द्वारा पूरा किया जा रहा है  सौर यंत्र एक ऐसा यंत्र है जो सूर्य की तेज किरणों को अवशोषित करके विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करती है जिससे विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्र चलाए जाते हैं। इससे न केवल विद्युत व विद्युत...

जल संतुलन जलाशय: नहर कमान में एक कुशल जल भंडारण संरचना Water balancing reservoir is also known as Diggies or Tanks or Farm pond or intermediate storage structures in canal command. It is a water storage structure in canal command to store the water delivered from the water courses to farms and regulate the flow of water for agricultural irrigation. Water is pumped out of this and is distributed to the field through channels or micro irrigation system. It helps to supply irrigation water when the crop requires it, the most. All these interventions contribute to higher yield, production and water productivity. However, water balancing reservoirs are shown to be cost-effective for landholdings...

Cloud seeding: An instant solution to combat drought बादल पानी या बर्फ के क्रिस्टल की छोटी बूंदों के विन्यास हैं। वायुमंडलीय जल वाष्प के ठंडा होने पर या संघनन द्वारा बादल बनते हैं। वर्षा की कमी के कारण, दुनिया के कई हिस्सों में अक्सर पानी की आपूर्ति की कमी और जल संसाधनों पर तनाव की समस्या का सामना करना पड़ता है। नदियों में बढ़ते प्रदूषण से पानी की कमी हो जाती है और पीने योग्य पानी की लागत बढ़ जाती है। क्लाउड सीडिंग तकनीक का उपयोग वर्षा वृद्धि और जल संसाधन बहाली के लिए सूखे की समस्या को कम करने में मदद करने के लिए एक उपकरण के रूप में किया जा...

Smart Water Management: A boon for agriculture पानी की बढ़ती मांग दुनिया के सामने एक चुनौती है, खासकर सबसे शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में जहां पानी की कमी और पानी का तनाव महत्वपूर्ण समस्याएं हैं। पानी की कमी की स्थिति एक जगह पर तब होती है जब प्रति व्यक्ति प्रति दिन पानी की उपलब्धता 1000 घन मीटर से कम हो जाती है। भारत केे 2025 तक जल-तनावग्रस्त देश बनने की आशंका है, जिसके परिणामस्वरूप हमारे पास प्रति दिन प्रति व्यक्ति 1700 घन मीटर से कम पानी होगा। भारत में, कृषि पानी का प्रमुख उपभोक्ता (80%) है और कृषि उत्पादन के लिए पानी का उपयोग करते समय पानी के अतिरिक्त नुकसान की मात्रा...

Combined use of surface and groundwater for good farming भूजल का तातपर्य यह है की जो जल जमीन के निचली सतह में पाया जाता है। जैसा की हम जानते है, भारत दुनिया का सबसे ज्यादा भूजल उपयोग करने वाला देश है और यह ग्रामीण इलाकों में पेयजल का पच्चासी प्रतिशत आपूर्ति करता है। भारत देश में भूजल का सबसे ज्यादा उपयोग सिंचाई के लिए किया जाता है, जो की कृषि के लिए किए गये कुल सिंचाई पानी उपयोग का पच्चासी प्रतिशत है। हमारे इस भारत देश में प्रकृति द्वारा प्राप्त सतह और भूजल प्रयाप्त मात्रा में उपस्थिस्थ है, जो की असमान रूप से पूरे देश में वितरित है। दिन व दिन, हमारे...

How to irrigate and manage weeds in cotton crop गंगानगर एवं हनुमानगढ़ क्षेत्र के विभिन्न फसलों मे नरमा – कपास खरीफ की मुख्य रेशेवाली नगदी फसल है| यह फसल इन जिलों के सिंचित क्षेत्रों  में लगाई जाती है। इन जिलों में अमेरिकन कपास (नरमा) तथा देशी कपास दोनों को लगभग बराबर महत्व दिया जाता है। देशी कपास की बिजाई ज्यादातर पड़त या चने की फसल के बाद की जाती है जबकि अमेरिकन कपास की बिजाई पड़त, गेहूं, सरसों, चना आदि के बाद की जाती है। नरमा/कपास – गेहू गंगानगर एवं हनुमानगढ़ क्षेत्र का मुख्य फसल चक्र है | इस क्षेत्र मे रबी मे गेहू तथा खरीफ मे नरमा – कपास से प्राप्त...

फसलों की रोपाई की नाली सि‍चि‍त उभरी क्‍यारी प्रणाली और फसल उत्पादन में उभरी क्‍यारी रोपाई के फायदे In bed planting systems, wheat or other crops are planted on the raised beds in ridge - furrow system. This system is often considered more appropriate for growing high value crops that are more sensitive to temporary water logging stress. Farmers often raise crops such as cotton, maize-soybean and wheat on the raised beds. However, the practice of growing rice, the major water-using crop in rice-wheat systems, on narrow raised beds was introduced only very recently in the Indo-Gangetic Plains (IGP) to reduce water use, conserve rainwater and improve system productivity. Recent work shows...

माइक्रो सिंचाई प्रणाली से सिंचाई क्रांति India is predominantly an agricultural country and even with current orientation towards services, still agriculture contributes ¼th of total GDP of the country, 15 percent of total export and 65 % of total population’s livelihood. After independence, India has made remarkable progress in increasing food production and productivity, credit goes to concerted efforts made under various Agri revolutions. For agriculture Land and Water are two most important resources. Of which, water (irrigation) becomes lifeline of agriculture. It is a truth in agriculture “if we fail in irrigation, we will fail in agriculture”. Water is required for agriculture as well as for other sectors (Domestic, Industries, etc) and...

Solar Power Drip Irrigation System - Best way to save energy & water भारत एक कृषि प्रधान देश है हमारे देश की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी कृषि गतिविधियों से जुडी हुई है। कृषि उत्पादन में निवेश के रूप में ऊर्जा की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। सामान्यतया: ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि कार्यों में पंप सेट को चलाने के लिए डिजल का उपयोग किया जाता है जो कि आज कल प्रतिदिन महंगा हो रहा है तथा उसके धुंए और ध्वनि से जैविक पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है । दूसरी ओर हम देंखे तो पायेंगे कि किसान अभी भी सिंचाई कि परम्परागत (बाढ़ सिचाई) विधियों का उपयोग कर रहे है जिससे पानी की  क्षति अधिक व सिंचाई ...