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पोषक तत्वों से भरपूर परन्‍तू कम प्रचलि‍त अनाज: फोनियो बाजरा Fonio (Digitaria exilis), also referred to as white fonio or fonio millet, is one of the oldest cereal crops domesticated by farmers in West Africa. Its cultivation seems to have started about 7000 years ago. Fonio species belong to Poaceae family, sub-family of Panicoideae, tribe of Paniceae and the genus Digitaria. Fonio grains are extraordinary tiny with 1,000 grains weighting 0.5-0.6 g. Fonio is often consumed in West Africa. It is one of the world’s fastest maturing cereals. It is believed to be one of the oldest cereals in West Africa, where it is indigenous. In some parts of Africa, like in regions of...

Increase dietary quality with nutritious Samai or barnyard millet वर्तमान समय में जहाँ एक तरफ कोविड-19 महामारी अपने पैर पसारती जा रही है वहीं दूसरी तरफ लोग जीवन शैली संबंधी बीमारीयों जैसे - मधुमेह, मोटापा, हृद्यघात, ब्लडप्रेशर आदि से जूझ रहे हैं. अत: इनसे बचने हेतु उत्तम गुणवत्ता युक्त आहार का सेवन बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. आहार की गुणवत्ता विभिन्न प्रकार के पोष्टिक खाद्य पदार्थो का समावेश द्वारा बढ़ाई जा सकती है. सांवा या सामा या सांवक के चावल (sanwa rice) जिसे अंग्रेजी में बार्नयार्ड मिलेट (barnyard millet) नाम से जाना जाता है, पोष्टिकता से भरपूर एक छोटा मिलेट (उपेक्षित अनाज) है. इसमें पर्याप्त प्रोटीन, उच्च फाइबर, बी-विटामिन एवं उपयोगी मिनरल्स पाए है....

बाजरेे का संकर बीज उत्पादन Pearl millet is a highly cross-pollinated crop due to its protogyny condition of flower. In this condition stigma of the flower emerges first and mature before pollen shedding this condition of flower promote cross pollination. This nature of flowering facilitates the breeding of hybrids and open-pollinated varieties (OPVs). For hybrid seed production two methods are used first parental line growing in crossing block and harvest seed. The resultant seed contained approximately 40% hybrid seed when the two parental lines had synchronous flowering. This is called chance hybrid. In second method cytoplasmic-nuclear male-sterility lines like male-sterile lines Tift 23A and Tift 18A are used. These lines shows short stature, profuse...

बाजरे की वैज्ञानिक तरीके से खेतीे बाजरा गरीब का भोजन कहा जाता है। मोटे दाने वाली खाद्यान फसलों में बाजरे का महत्वपूर्ण स्थान है। इसकी खेती दाने व चारे दोनो के लिए कि जाती है। शुष्क व कम वर्षा वाले क्षैत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण फसल है। और यह राजस्थान की मुख्य फसल है। बाजरे का 90 प्रतिशत क्षैत्रफल राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, उतर प्रदेश, एवं हरियाणा राज्यों के अन्तर्गत आता है। बाजरे के दानों में लगभग 12.4 प्रतिशत नमी, 11.6 प्रतिशत प्रोटीन, 5.0 प्रतिशत वसा, 67.0 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट एवं 27.0 प्रतिशत लवण होते है। खेत कि तैयारी:- खेत की तैयारी फसल की समय से बुवाई सुनिश्चित करती है। खेत की तैयारी इस प्रकार...

Green fodder production technique पशुओं की उत्पादन क्षमता उनको दिए जाने वाले आहार पर निर्भर करती है। पशुओं को संतुलित आहार दिया जाय तो पशुओं की उत्पादन क्षमता को निश्चित ही बढ़ाया जा सकता है।  हरे चारे के प्रयोग से पशुओं को आवश्यकतानुसार शरीर को विटामिन ’ए’ एवं अन्य विटामिन मिलते हैं।  इसलिए प्रत्येक पशुपालक को अपने पशुधन से उचित उत्पादन लेने के लिए वर्ष पर्यन्त हरा चारा खिलाने का प्रबन्ध अवश्य करना चाहिए। पशुओं से अधिक दुग्ध उत्पादन लेने के लिए किसान भाईयों को चाहिए कि वे ऐसी बहुवर्षीय हरे चारे की फसले उगाऐं  जिनसे पशुओं को दलहनी एवं गैरदलहनी चारा वर्ष भर उलब्ध हो सकें।  रबी एवं खरीफ के लिए पौष्टिक हरा चारा...

Seed Production Techniques of Sorghum and Millet ज्वार की बीज उत्पादन तकनीक ज्वार दुनिया में पाँचवें नम्बर का खाद्यान है  ज्वार को 55 प्रतिशत रोटी व दलिया के रूप में तथा पौधे को जानवरों के खाने के रूप में प्रयुक्त किया जाता है। अमेरिका में 33 प्रतिशत ज्वार दाने को जानवरों के खाद्यान के रूप में प्रयोग किया जाता है। भारत वर्ष में 1970 में 9 मि. टन ज्वार पैदा होती थी जो 1980 में बढ़कर 12 मि. टन पहुँच गई तथा 1990 में इतनी ही पैदावार स्थिर रही जो 2006 तक स्थिर रही लेकिन इसका क्षेत्रफल काफी कम हो गया। क्षेत्रफल कम होने के बावजूद पैदावार में कमी न आने का कारण...

भारत में बोई जाने वाली बाजरे की उन्‍नत किस्‍में   किस्‍में Variety औसत उपज (q/ha) विवरण Characters रेवती - 2123 Rewati-2123  - 80 से 85 दिन मे पकने वाली संकर किस्‍म, 20-22 सेमी लम्‍बी, ठोस व गोलाकार बाली। मध्‍यम आकार के स्‍लेटी रंग के चमकीले दाने। ज्‍यादा फूटाव व अधिक चारे की किस्‍म। पुजा-4599 Puja-4599 - 80 से 85 दिन मे पकने वाली संकर किस्‍म, 28-32 सेमी लम्‍बी, ठोस व गोलाकार बाली। मोटे आकार के एक समान दाने। Hybrid Pusa-415 23-25 Suitable for Rajasthan, Gujarat, Haryana, MP, UP, Punjab and Delhi. It can be grown in Irrigated and rainfed conditions and matures in 75 to 78 days. It is resistant to downy mildew and tolerant to moisture stress. Pusa Hybrid-605 22-24 Suitable for Rajasthan, Gujarat, Haryana, MP,...

Sowing time and Seed Rate of Cereal Crops    फसल बुआई का सही समय रोपाई का सही समय बीज की मात्रा(किग्रा/हैक्‍ट) गेंहू (Wheat) समय से बुआई: 10 से 25 नवम्‍बर,  देर से बुआई:1 से 10 दिसंबर तक, अति देर से बुआई: 20 दिसंबर से 10 जनवरी - 125-130 समय से बुआई तथा 130 से 150 देर से बुआई जौं (Barley) असिंचित क्षेत्र: 20 अक्‍तुबर से 7 नवम्‍बर सिंचित क्षेत्र: 5 से 15 नवम्‍बर तक (समय से) और 15 दिसंबर तक (देर से ) - असिंचित: 120, सिंचित: 100 मक्‍का (Maize) मार्च: उत्‍तर-पूर्व पहाड अप्रैल से मई आरम्‍भ: उत्‍तर-पश्चिम पहाड मई से जून आरम्‍भ: पैन्‍नसूला‍ 15 जून से 15 जुलाई: उ मैदान - दाने की फसल के लिए 20 से 25 35-40 चारा फसल के लिए 35-40 बाजरा (Pearl millet) मार्च से जुलाई - 8-10 धान (Paddy) जून से जूलाई जुलाई से...