मूंगफली Tag

Improved cultivation of groundnut Groundnut is a crop which, despite being a leguminous crop, has its own special identity as an oilseed. Whose botanical name is Arechis hyphaegia, which is an important source of oil in our food, about 80 percent of its production is used in the form of oil. Improved cultivation of groundnut  भारत में दलहन, तिलहन, खाद्य व नकदी सभी प्रकार की फसलें उगायी जाती है। तिलहनी फसलों की खेती में सरसों, तिल, सोयाबीन व मूँगफली आदि प्रमुख हैं। मूँगफली गुजरात, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडू तथा कर्नाटक राज्यों में सबसे अधिक उगाई जाती है। अन्य राज्य जैसे मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान तथा पंजाब में भी यह काफी महत्त्वपूर्ण फसल मानी जाने लगी...

Advanced techniques of groundnut standing crop management Groundnut is an important crop among oilseed crops. Semi-tropical climate is considered more suitable for its cultivation. To get good yield of this crop, 25-30 centigrade temperature and 500 to 1000 mm rain is required. Rain is good. Groundnut crop is such a crop that despite being a total leguminity, it holds its own special identity as an oilseed crop, because 45-50 percent oil and 22-28 percent protein are found in its grains. Advanced techniques of groundnut standing crop management तिलहनी फसलों में मूंगफली भी एक प्रमुख फसल है। इसकी खेती हेतु अर्ध-उष्ण जलवायु अधिक उपयुक्त मानी गई है। इस फसल की अच्छी उपज प्राप्त करने...

मूंगफली के दो प्रमुख रोग और उसका प्रबंधन 1. Tikka disease of Groundnut It is also called leaf spot disease of groundnut. It caused losses 20 to 50%. Symptoms: Based on the relative time of spot appearance, disease is categorized as (i) early leaf spot and (ii) late leaf spot and their comparative symptoms are as follows: Characters Early leaf spot (ELS) Late leaf spot (LLS) Caused by fungus Cercaspora arachidicola Cercosporidium personatum Perfect stage of pathogen Mycosphaerella arachidicola Mycosphaerella berkeleyli. Time of spot appearance After 3-4 weeks of sowing (on about one month old plants) After 6-8 weeks of sowing (on about two month old plants) Spot shape Irregular or circular Almost circular Spot colour Reddish brown to black on upper surface & light brown on lower surface. Dark brown...

Management of Whitegrub in Kharif Crops सफ़ेद लट (whitegrub) खरीफ की फसलों जैसे मूंगफली, मूंग, मोठ, बाजरा, सब्जियों इत्यादि पौधों की जड़ो को काटकर हानि पहुँचती है। ये मूंगफली जैसी मुसला जड़ो वाली फसलों में,  बाजरा जैसे झकड़ा जड़ वाली फसलों की अपेक्षा अधिक नुकसान करती है । राजस्थान के हल्के बालू मिटटी वाले क्षेत्रो में होलोट्राइकिया नामक भृंगो की सफ़ेद लटें अत्यधिक हानि करती है । सफ़ेद लट का जीवन चक्र :  राजस्थान के हल्के बालू मिटटी वाले क्षेत्रो में होलोट्राइकिया नामक भृंगो की सफ़ेद लटें एक वर्ष में केवल एक ही पीढ़ी पूरी करती है । मानसून अथवा मानसून पूर्व की पहली अच्छी वर्षा के पश्चात इस किट के भृंग सांयकाल गोधूलि वेला के...

Collar rot (Aspergillus niger) a serious peanut disease मूंगफली (ऐराकिस हायपोजिया ) दुनिया की सबसे प्रमुख तिलहन फसल है। यह लेग्युमिनिएसी  कुल की फसल हैं। भारत में, मूंगफली उत्पादन करने वाले प्रमुख राज्य गुजरात, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और पंजाब हैं तथा राजस्थान में मूंगफली उगाने वाला प्रमुख जिले बीकानेर, चूरू, दौसा, जयपुर, नागौर, सीकर और उदयपुर हैं। यह खाद्य तेल का एक प्रमुख स्रोत है, मूंगफली दाने में 40 से 45 प्रतिशत तेल और 25 से 30 प्रतिशत प्रोटीन होता है। इसमें 18 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट और खनिज जैसे Ca, Mg और Fe उच्च स्तर में उपलब्ध होते हैं। इसका उपयोग हाइड्रोजनीकरण और साबुन उद्योगों में किया जाता है। मूंगफली कई फफुंद, जीवाणु और...

Modern farming of Groundnut भारत में दलहन, तिलहन, खाध्य व नकदी सभी प्रकार की फसलें उगायी जाती हैं | तिलहनी फसलों की खेती में सरसों, तिल, सोयाबीन व मूँगफली आदि प्रमुख हैं | मूँगफली गुजरात के साथ साथ राजस्थान की भी प्रमुख तिलहनी फसल हैं | राजस्थान में बीकानेर जिले के लूणकरनसर में अच्छी किस्म की मूँगफली का अच्छा उत्पादन होने के कारण इसे राजस्थान का राजकोट कहा जाता हैं।  मूंगफली एक ऐसी फसल है जिसका कुल लेग्युमिनेसी होते हुये भी यह तिलहनी के रूप मे अपनी विशेष पहचान रखती है। मूँगफली के दाने मे 48-50 % वसा और 22-28 % प्रोटीन तथा 26% तेल पाया जाता हैं | मूँगफली की खेती 100 सेमी...

Modern techniques of Groundnut cultivation मूँगफली (peanut) एक ऐसी फसल (crop) है जिसका कुल लेग्युमिनेसी होते हुये भी यह तिलहनी के रूप मे अपनी विशेष पहचान बनाये हुये है। इसमे गुणशुत्रो की संख्या 2n=4x=40 होती  है। मूँग फली के दाने मे 48-50 % वसा और 22-28 % प्रोटीन पायी जाती है मूँगफली की खेती 100 सेमी वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में आसानी से की जा सकती है। उत्तर प्रदेश मे मूंग्फली की खेती मुख्य रूप से झांसि, हरदोई, सीतापुर, उन्नव आदि जिलो मे होती है। मूंगफली की खेती (cultivation) करने से भूमि की उर्वरता  भी बढ़ती है। यदि किसान भाई मूंगफली की आधुनिक खेती करता है तो उस से किसान की भूमि सुधार...

Grow pest attracting plants and protect your crops from harmful pests  फसल उत्पादन को प्रभावित करने वाले कारकों में कीटों की भूमिका अहम रहती है। विभिन्न प्रकार के कीट जैसे-माहो, थ्रिप्स, लीफ हापर आदि अपने मुख के विभिन्न भागों से फसलों , फलों, सब्जियों एवं खाघानों को चूसकर, कुतर कर, खाकर एवं उसमें घुसकर हानिकारक पदार्थ छोडतें है, जिससे फसल तो खराब होती ही है साथ ही उसकी गुणवत्ता व बाजार मूल्य कम हो जाती है और किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पडता है। कीट आकर्षित करने वाली फसलें, कीटों के आक्रमण को कीटनाशी केे प्रयोग के बि‍ना रोककर, किसानों की आय को लगभग 10-30 प्रतिशत तक बढा सकती है। कीट आकर्षित फसलें विभिन्न प्रकार...