सब्जियों में बीज जनित रोगों के प्रबंधन के लिए बुवाई पूर्व बीजोपचार
बीज जनित रोगों के प्रबंधन के लिए रोपण से पहले सब्जियों के बीजों का उपचार आवश्यक है। फसल की उपज में कमी को रोकने के लिए इन रोगों का प्रबंधन आवश्यक है। इस प्रकार, बुवाई से पहले बीज उपचार बीमारियों को नियंत्रित करने का एक महत्वपूर्ण साधन है, लेकिन अन्य रोग प्रबंधन प्रथाओं के साथ संयुक्त होने पर यह सबसे प्रभावी है।
कुछ बीजों का उपचार आपूर्तिकर्ताओं या वाणिज्यिक नर्सरी द्वारा प्रत्यारोपित फसलों के बोने से पहले या सीधे बोई गई फसलों के लिए उत्पादकों को बेचने से पहले किया जाता है।
बीज उपचार एक ऐसा शब्द है जो उत्पादों और प्रक्रियाओं दोनों का वर्णन करता है। विशिष्ट उत्पादों और विशिष्ट तकनीकों के उपयोग से बीज, अंकुर और युवा पौधों के विकास में सुधार हो सकता है। बीज उपचार में मूल ड्रेसिंग (seed dressing) से लेकर कोटिंग (seed coating) और पेलेटिंग (seed pelleting) शामिल हैं:
1. बीज ड्रेसिंग (seed dressing)
यह बीज उपचार का सबसे आम तरीका है। बीज की ड्रेसिंग या तो सूखे फॉर्मूलेशन या तरल फॉर्मूलेशन के साथ कि जाती है। ड्रेसिंग तकनीक खेत और उद्योग दोनों में की जा सकती है। बीज के साथ कीटनाशकों को मिलाने के लिए कम लागत वाले मिट्टी के बर्तनों का उपयोग किया जा सकता है या बीज को पॉलिथीन शीट पर फैलाकर और आवश्यक मात्रा में रसायन को बीज पर छिड़क कर किसानों द्वारा यांत्रिक रूप से मिश्रित किया जा सकता है।
2. बीज कोटिंग (seed coating)
इस तकनीक में फॉर्मूलेशन के साथ एक विशेष बाइंडर का उपयोग किया जाता है ताकि यह बीज से बेहतर तरीके से चिपक सके। कोटिंग के लिए उन्नत उपचार तकनीक की आवश्यकता होती है।
3. बीज पेलेटिंग (seed pelleting)
यह सबसे परिष्कृत बीज उपचार तकनीक है जो एक बीज के भौतिक आकार में परिवर्तन का कारण बनती है ताकि पेलेटिबिलिटी और हैंडलिंग को बढ़ाया जा सके। पेलेटिंग के लिए विशेष अनुप्रयोग मशीनरी और तकनीकों की आवश्यकता होती है और यह सबसे महंगी तकनीक है।
बीज उपचार के लाभ
- बीज जनित रोगों का प्रबंधन
- मृदा जनित रोगों का प्रबंधन
- बेहतर बीज अंकुरण
- कम लागत में बीज उत्पादन
- भंडारण कीटों से सुरक्षा
बीज उपचार के प्रकार
1. गर्म पानी से उपचार
गर्म पानी के उपचार से कई बीज जनित रोगों को नियंत्रित किया जाता है। गोभी वर्गीय फसलों के Black leg (कवक रोग) और Black rot (जीवाणु रोग) के नियंत्रण के लिए बीजों का गर्म पानी से उपचार एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इसे सावधानीपूर्वक और सटीक रूप से किया जाना चाहिए।
अनुशंसित से कुछ डिग्री ठंडा या गर्म तापमान रोग को नियंत्रित करने के बजाय बीज को मार सकता है। मटर, बीन्स, खीरे, लेट्यूस, स्वीट कॉर्न, बीट्स और कुछ अन्य फसलों के बीज के लिए गर्म पानी का उपचार हानिकारक हो सकता है। अनुशंसित उपचार से फूलगोभी की कुछ संकर किस्में क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
जिन बीजों को गर्म पानी से उपचारित किया जा सकता है, उन्हें तालिका 1 में सूचीबद्ध किया गया है:
तालिका 1: सब्जी के बीज के लिए अनुशंसित जल उपचार तापमान
सब्जी का नाम |
तापमान |
अवधि (मिनट) |
नियंत्रित होने वाले रोग/ कवक |
पत्ता गोभी |
52oC |
30 |
ब्लैक रोट, बैक्टीरियल लीफ स्पॉट, ब्लैक लेग, डंपिंग-ऑफ, रिंग स्पॉट |
ब्रॉकली |
50oC |
20 |
ब्लैक रोट, बैक्टीरियल लीफ स्पॉट, ब्लैक लेग, डंपिंग-ऑफ, रिंग स्पॉट |
ब्रसल स्प्राउट (Brussels sprouts) |
50oC |
20 |
ब्लैक रोट, बैक्टीरियल लीफ स्पॉट, ब्लैक लेग, डंपिंग-ऑफ, रिंग स्पॉट |
गोभी (इस उपचार से कुछ संकर किस्मों को नुकसान हो सकता है) |
52oC |
25 |
रिंग स्पॉट |
टमाटर |
56oC |
30 |
डंपिंग-ऑफ, बैक्टीरियल कैंकर, स्पेक और स्पॉट |
अजवाइन |
50oC |
30 |
ब्लाइट्स, डंपिंग-ऑफ |
गाजर |
50oC |
20 |
अल्टरनेरिया, बैक्टीरियल ब्लाइट |
कद्दू |
55oC |
15 |
फुसैरियम |
अनुशंसित तापमान पर बीज के गर्म पानी के उपचार से अंकुरण कम नहीं होना चाहिए। हालांकि, यह सुनिश्चित करने के लिए कि बीज कंपनी द्वारा पहले से ही बीज का उपचार नहीं किया गया है, बीज के पैकेटों की सावधानीपूर्वक जांच करें। बीज को दो बार उपचारित नहीं करना चाहिए। पुराने बीज का उपचार करने से अंकुरण कम होता है।
सटीक उपचार के लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:
- एक छोटे झरझरा (porous) बैग जैसे चीज़क्लोथ में कुछ ग्राम बीज डालें।
- एक इंसुलेटेड कंटेनर में आवश्यक तापमान से थोड़ा अधिक गर्म पानी भरें (तालिका 1 देखें)। तापमान की जांच करने के लिए एक सटीक थर्मामीटर का उपयोग करें और थर्मामीटर को कंटेनर से आधा नीचे तक डुबो दें।
- जब पानी सही तापमान पर पहुंच जाए, तो बैग और बीज को गर्म पानी से गीला कर दें और उन्हें पानी के कंटेनर में लटका दें।
- उपचार के दौरान नियमित रूप से पानी और बीज के बैग को हिलाएं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी बीज समान रूप से गर्म हो गए हैं। तापमान को नियमित रूप से जांचें और आवश्यक तापमान बनाए रखने के लिए पर्याप्त गर्म पानी डालें।
- बीज को छायादार क्षेत्र में कागज पर एक पतली परत में सूखने के लिए फैलाएं।
- बीज के पूरी तरह सूख जाने पर उसे रोप दें। उपचारित बीज का भंडारण न करें।
2. कवकनाशी (fungicide) से उपचार
एक पतली सुरक्षात्मक परत प्रदान करने के लिए फफूंदनाशकों को बीज पर लेपित किया जा सकता है। यह बीज को स्वयं में या आसपास की मिट्टी में मौजूद कवक के हमले को रोक सकता है।
रोग जो अंकुरित बीजों और अंकुरों पर हमला करते हैं, उनमें पाइथियम (Pythium) और राइज़ोक्टोनिया सोलानी (Rhizoctonia solani) के कारण होने वाला कमर तोड़ रोग शामिल हैं।
इन अंकुर रोगों के अतिरिक्त अन्य समस्याएं जो अधिक परिपक्व पौधों पर स्पष्ट हो सकती हैं, उन्हें भी फफूंदनाशी कोटिंग के साथ बीज का उपचार करके नियंत्रित किया जा सकता है।
बीज उपचार के लिए उपयोग किए जाने वाले कवकनाशी:
Captan (Agrosol): यह एक broad spectrum, non-systemic कवकनाशी है जो बीज को संक्रमित करने वाले विभिन्न कवक, जैसे एस्परगिलस (Aspergillus), फुसैरियम (Fusarium), पेनिसिलियम (Penicillium) और राइज़ोक्टोनिया (Rhizoctonia) के खिलाफ प्रभावी है।
Carboxin (Vitavax): यह एक systemic कवकनाशी है जो स्मट्स (smuts), सीड रोट (seed rot), डंपिंग-ऑफ (damping-off) और सीडलिंग ब्लाइट (seedling blight) के खिलाफ प्रभावी है। यह आमतौर पर loose smot फंगस द्वारा गेहूं के भ्रूण (embryo) के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है। कीट नियंत्रण स्पेक्ट्रम को बढ़ाने के लिए कार्बोक्सिन को आमतौर पर अन्य कवकनाशी या कीटनाशकों के साथ तैयार किया जाता है।
Difenoconazole (Dividend): यह एक broad spectrum, systemic कवकनाशी है जो गेहूं के common bunt और loose smut को नियंत्रित करता है। उच्च लेबल दरों पर यह कुछ जड़ सड़न और पर्ण रोगों जैसे powdery mildew और rust के खिलाफ भी सक्रिय है।
Fludioxonil (Maxim): यह एक broad spectrum, systemic कवकनाशी है जो विभिन्न कवक जैसे एस्परगिलस (Aspergillus), फुसैरियम (Fusarium), पेनिसिलियम (Penicillium) और राइज़ोक्टोनिया (Rhizoctonia) के खिलाफ प्रभावी है। इसके अलावा यह बीज जनित wheat scab के खिलाफ भी प्रभावी है।
Imazalil (Flo-Pro-IMZ): यह एक systemic कवकनाशी है जिसका उपयोग फुसैरियम (Fusarium) और कोक्लिओबोलस (Cochliobolus) जिसे हेल्मिन्थोस्पोरियम (Helminthosporium) भी कहा जाता है के कारण गेहूं की जड़ सड़न के खिलाफ किया जाता है। इसके अलावा, यह बीज जनित wheat scab के खिलाफ भी प्रभावी है।
Mefenoxam (Apron XL) और Metalaxyl (Apron): ये narrow-spectrum, systemic कवकनाशी हैं जो केवल पाइथियम (Pythium), फाइटोफ्थोरा (Phytophthora) और डाउनी फफूंदी (downy mildew) के खिलाफ प्रभावी हैं। ये कवकनाशी आमतौर पर broad-spectum कवकनाशी जैसे कि कैप्टन (captan) या फ्लूडियोक्सोनिल (fludioxonil) के साथ उपयोग किए जाते हैं।
Tebuconazole (Raxil): यह एक broad-spectrum, systemic कवकनाशी है जो गेहूं के common bunt और loose smut को नियंत्रित करता है। Tebuconazole आमतौर पर अन्य कवकनाशी या कीटनाशकों के साथ formulate किया जाता है।
Thiabendazole (TBZ): यह एक broad-spectrum, systemic कवकनाशी है जो गेहूं के common bunt और विभिन्न बीज सड़न
कवक जैसे कि फुसैरियम (Fusarium) और राइज़ोक्टोनिया (Rhizoctonia) के खिलाफ उपयोगी है। इसके अलावा, यह बीज जनित गेहूं के scab के खिलाफ भी प्रभावी है। इसे आमतौर पर अन्य कवकनाशी के साथ तैयार किया जाता है।
Thiram (Arasan): यह एक broad-spectrum, non-systemic कवकनाशी है, जिसे खेतों की फसलों और सब्जियों की फसलों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए लेबल किया गया है। इसका उपयोग बीज, बल्ब और कंद सड़न के साथ-साथ गेहूं के common bunt के लिए भी किया जाता हे।
Triadimenol (Baytan): यह एक broad-spectrum, sytemic कवकनाशी है जो गेहूं के common bunt और loose smut को नियंत्रित करता है। उच्च लेबल दरों पर, यह कुछ जड़ सड़न और पर्ण रोगों जैसे powdery mildew और rust के खिलाफ भी सक्रिय है। Triadimenol को आमतौर पर अन्य कवकनाशी के साथ तैयार किया जाता है।
तालिका 2. बीज उपचार के लिए प्रयुक्त रसायन:
साधारण नाम |
रासायनिक नाम |
व्यापरिक नाम |
Captan |
N-trichloromethylthio-4 cyclohexene-1,2-dicarboximide |
Agrosol, Agrox, Granox, Orthocide |
Carboxin |
5,6-dihydro-2-methyl-N-phenyl-1,4-oxathiin-3-carboxamide |
Vitavax |
Difenoconazole |
cis,trans-3-chloro-4-[4-methyl-2-(1H-1,2,4-triazol-1-ulmethyl)-1,3-dioxolan-2-yl] phenyl 4-chlorophenyl ether |
Dividend |
Mancozeb |
Zinc Manganese ethylenebisdithiocarbamate |
Dithane M-45, Mankocide, Mansul, Penncozeb |
Imazalil |
(+)-allyl 1-(2,4-dichlorophenyl)-2-imidazol-1-ylethyl ether |
FloPro IMZ, Double R, Deccozil, Nu-Zone, Fungaflor |
Maneb |
Manganese ethylenebisdithiocarbamate |
DB Green, Granol NM, Trinox, Pro-Tex |
Metalaxyl |
methyl N-(2-methoxyacetyl)-N-(2,6-xylyl)-DL-alaninate |
Apron, Allegiance |
Tebuconazole |
(RS)-1-(4-chlorophenyl)4,4-dimethyl-3-(1H-1,2,4-triazol-1-ulmethyl) pentan-3-ol |
Raxil, Preventol, Tebuject |
Thiabendazole |
2-(4-Thiazolyl)-benzimidazole |
TBZ, Mertect, Metasol |
Triticonazole |
(+)-(E)-5-(4-chlorobenzylidene)-2 dimethyl-1-(1H-1,2,4-triazol-1-ylmethyl) cyclopentanol |
Charter |
Thiram |
Tetramethylthiuramdisulfide |
Arasan, Vertagard, Thiramad |
Triadimenol |
(1RS, 2RS; 1RS, 2SR)-1-(r-chlorophenoxy) 3,3-dimethyl-1-(1H-1,2,4-triazol-1-yl) butan-2-ol |
Baytan |
3. बैक्टीरियल कल्चर से उपचार
बीज उपचार के लिए आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले बैक्टीरिया हैं: राइजोबियम (Rhizobium), एजोटोबैक्टर (Azotobactor), फास्फोरस घुलनशील जीवाणु (Phosphorus Solubilizing Bacteria)
10 प्रतिशत गुड़ के घोल में 200 ग्राम बैक्टीरियल कल्चर मिलाया जाता है। यह घोल एक एकड़ के लिए आवश्यक बीजों के उपचार के लिए पर्याप्त है। इसके बाद उपचारित बीजों को छाया में सुखाया जाता है। रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के साथ उपचारित बीजों के संपर्क से बचें।
बीज उपचार करते समय सावधानियां:
- उपचार के तुरंत बाद बीज बोना चाहिए।
- बीज उपचार के लिए अनुशंसित मात्रा में रसायन का प्रयोग करना चाहिए।
- बीज उपचार के लिए एक्सपायर्ड रसायनों का प्रयोग न करें।
- किसी रसायन के लिए लेबल या परमिट की जानकारी का पालन किया जाना चाहिए, जिसमें उपयोग के लिए निर्देश, महत्वपूर्ण उपयोग टिप्पणियां, रोक अवधि और अधिकतम अवशेष सीमा शामिल है।
- कीटनाशक से उपचार कवकनाशी से पहले या उसके साथ किया जाना चाहिए। कीटनाशी एवं कवकनाशी उपचार के बाद जीवाणु संवर्धन से बीज उपचार करना चाहिए।
Authors
नीलम कुमारी और आदिक्षिता शर्मा
डॉ वाई.एस. परमार बागवानी और वानिकी विश्वविद्यालय, नौनी 173230, सोलन, हिमाचल प्रदेश
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