भारत में मूली का प्रयोग सलाद व सब्जी के रूप में पूरे साल होता है परन्तू इसकी कोई भी एक किस्म सारे साल नही उगाई जा सकती। पूसा संस्थान दिल्ली द्वारा विकस्ति पॉच किस्मो को उगाकर, उत्तरी भारत के मैदानों में पूरे साल मूली का उत्पादन किया जा सकता है।
Varieties |
Sowing time |
Availability time |
Yield |
1. पूसा देशी (Pusa Desi) |
अगस्त से अक्टूबर |
सितम्बर से नवम्बर |
175 कि./है. |
2. पूसा रश्मि (Pusa Rashmi) |
सितम्बर से नवम्बर |
अक्टूबर से दिसम्बर |
200 कि./है. |
3. जापानीज वहाईट (Japanes White) |
अक्टूबर से दिसम्बर |
नवम्बर से जनवरी |
250 कि./है. |
4. पूसा हिमानी (Pusa Himani) |
दिसम्बर से मार्च |
जनवरी से अप्रैल |
250 कि./है. |
5. पूसा चेतकी (Pusa Chetki) |
फरवरी से अगस्त |
मार्च से सितम्बर |
170 कि./है. |
श्रोत: पूसा कृषि विज्ञान मेला शाकिय फसले संभाग, भाकृअसं, नई दिल्ली